डीओटी को एम2एम सेवा प्रदाता/डब्ल्यूएलएएन/डब्ल्यूपीएएन कनेक्टिविटी प्रदाता के लिए मिले 100 पंजीकरण

दूरसंचार विभाग (डीओटी), संचार मंत्रालय ने ऐलान किया है कि उसे आज तक एम2एम सर्विस प्रोवाइडर/ डब्ल्यूएलएएन/ डब्ल्यूपीएएन कनेक्टिविटी प्रदाता के लिए 100 पंजीकरण प्राप्त हो चुके हैं। एम2एम/ आईओटी संचार से असीमित विस्तार में सक्षम होने के अलावा बेहतर परिचालन दक्षताओं, उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार, उपयुक्त एवं स्वतंत्र रूप से फैसला लेना, लागत दक्षता तथा बेहतर आरओआई संभव होगा।

एम2एम/ आईओटी इकोसिस्टम को मजबूती देने और क्षेत्र में व्यापक प्रसार तथा नवाचार को सुविधाजनक बनाने के क्रम में, डीओटी ने एम2एम सेवा प्रदाताओं एवं डब्ल्यूपीएएन/ डब्ल्यूएलएएन कनेक्टिविटी प्रदातों के पंजीकरण के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे।

संभावित पंजीकरणकर्ताओं की सहूलियत और कारोबारी सुगमता में मदद करने के लिए, डीओटी ने अपने मौजूदा सरल संचार पोर्टल पर एक बेहद सरल ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया के माध्यम से मार्च, 22 में एम2एम सेवा प्रदाताओं को जोड़ने की प्रक्रिया शुरू की।

यह भी पढ़ें :   गंगा उत्सव - नदी महोत्सव 4 नवंबर, 2022 को मनाया जाएगा

यह पंजीकरण एम2एम सेवा प्रदाताओं के लिए अधिकृत दूरसंचार लाइसेंसधारकों से संसाधन हासिल करने, केवाईसी, टेसिएबिलिटी और इनक्रिप्शन जैसे मुद्दों के समाधान की दिशा में बड़ी पहल होगी।

इससे एम2एम सेवा प्रदाताओं को विश्व स्तर पर अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने में भी सहायता मिल सकती है, क्योंकि यह पंजीकरण उन्हें भारत सरकार के साथ एक पंजीकृत इकाई के रूप में मान्यता प्रदान करेगा। इसके अलावा, ऑनलाइन पंजीकरण से एक डेटाबेस तैयार होगा, जिसका उपयोग कनेक्टिविटी प्रदाता बिना लाइसेंस वाले बैंड में प्रभावी स्पेक्ट्रम साझाकरण के प्रबंधन के लिए कर सकते हैं जिससे ज्यादा क्यूओएस हासिल करने में मदद मिल सकती है। इस पंजीकरण से सरकार को एम2एमएसपी द्वारा विकसित किए जा रहे एम2एम/ आईओटी के विभिन्न उपयोग के मामलों के बारे में जानकारी एकत्र करने और देश में एक एम2एम मानक आधारित प्रसार को अपनाने में मदद मिलेगी।

यह भी पढ़ें :   कोविड वैक्सीनेशन का भी किया जाएगा ऑडिट

अभी तक पंजीकरण नहीं कराने वाले एम2एम सेवा प्रदाताओं और डब्ल्यूपीएएन/ डब्ल्यूएलएएन कनेक्टिविटी प्रदाताओं से डीओटी के सरल संचार पोर्टल : https://www.saralsanchar.gov.in के माध्यम से अपना पंजीकरण कराने के लिए फिर से अनुरोध किया जाता है।

***

एमजी/एएम/एमपी/वाईबी