स्वच्छता विशेष अभियान के लिये विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने अनेक पहलों का क्रियान्वयन किया

अपने अधीनस्थ कार्यालयों और स्वास्यत्तशासी संस्थानों के साथ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग स्वच्छता था लंबित मामलों के निस्तारण के लिये जोरदार विशेष अभियान चला रहा है। यह अभियान दो अक्टूबर, 2022 को शुरू हुआ और 31 अक्टूबर, 2022 तक जारी रहेगा।

अभियान के दौरान नई दिल्ली स्थित प्रौद्योगिकी भवन में नई इमारत के निर्माण स्थल पर चालू एयर यूनीक मॉनीटरिंग (एयूएम) इकाई को वास्तविक समय में प्रदूषण स्तर दिखाने वाले डैशबोर्ड से जोड़ दिया गया है।

एयूएम से उपलब्ध आंकड़ों को अब यूपीआई इंटरफेस के जरिये दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण आयोग के साथ निर्बाध तरीके से साझा किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें :   प्रधानमंत्री ने 'जीतो कनेक्ट 2022' के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया

विभाग ने अपने परिसर में मशीन चालित सफाई प्रक्रिया शुरू की है। इसके लिये राइड-ऑन स्वीपर मशीनें, ऑटो स्क्रबर ड्रायर, सिंगल डिस्क क्लीनर, वेट एंड ड्राई क्लीनर, ड्राई  वैक्यूम क्लीनर, हाई प्रेशर क्लीनर आदि का इस्तेमाल किया जा रहा है।

 

डीएसटी परिसरों में मशीनों द्वारा सफाई

 

नई इमारतों के निर्माण वाली परियोजना के अंग के रूप में विभाग पुरानी इमारतों को तोड़ रहा है, मुख्य रूप से टाईफैक ब्लॉक को। यह काम पर्यावरण को पूरी तरह ध्यान में रखकर किया जा रहा है। विभाग ने फॉगिंग मशीनें लगाई हैं, ताकि धूल जनित प्रदूषण को रोका जाये। वह ऐसी और फॉगिंग मशीनें खरीदने की प्रक्रिया में है। स्वच्छता अभियान के तहत प्रौद्योगिकी भवन परिसर के निर्माण में “हरित” पक्ष पर जोर दिया जा रहा है। इसी क्रम में कार्यालय की जगह बढ़ाने के काम में तेजी लाई जा रही है।

यह भी पढ़ें :   केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने प्रभावी प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के लिए जागरूकता शुभंकर 'प्रकृति' और हरित पहल को लॉन्च किया

 

*****

 

एमजी/एएम/एकेपी