पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला नई दिल्ली का राष्ट्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय (एनएमएनएच) जनता के बीच और खासकर बच्चों के बीच पर्यावरण को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए समर्पित संस्था है।
एनएमएनएच, नई दिल्ली अपने क्षेत्रीय संग्रहालयों मैसूर, भोपाल, भुवनेश्वर और सवाई माधोपुर के साथ एक चीता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। यह एक महीने भर चलने वाला विशेष अभियान है जो 02.10.2022 से शुरू हुआ है, जो कि वन्यजीव सप्ताह का पहला दिन भी होता है, और ये 31.10.2022 तक जारी रहेगा।
हर दिन स्कूलों, कॉलेजों में और प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय और राष्ट्रीय उद्यानों में आने वाले हजारों बच्चों को वन्यजीव संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाया जा रहा है। इससे पहले एक सप्ताह तक चलने वाला जागरूकता अभियान “चीते का पुनः परिचय” (09.09.2022 से 17.09.2022) भी सफलतापूर्वक आयोजित किया गया है जिसमें भारत भर के 500 से अधिक स्कूलों के 1.5 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
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