श्रीराम की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा करने से पहले 11 दिनों तक उपवास करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

श्रीराम की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा करने से पहले 11 दिनों तक उपवास करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

श्रीराम की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा करने से पहले 11 दिनों तक उपवास करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
सनातन धर्म के लिए यह सबसे बड़ा शुभ समय है।
पीएम मोदी की ओर से ख्वाजा साहब की मजार पर चादर भी पेश हुई।
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इतिहास गवाह है कि आक्रमणकारी मुगल शासकों ने 600 वर्षों तक भारत पर शासन करते हुए सनातन संस्कृति और धर्म को कितना नुकसान पहुंचाया। हिंदुओं का जबरन धर्म परिवर्तन करवाया और सनातन धर्म के प्रतीक मंदिरों को तुड़वाया। आज भी देश के अनेक स्थानों पर गुलामी के प्रतीक चिह्न लगे हुए हैं। लेकिन सनातन धर्म और संस्कृति के लिए यह शुभ समय है जब भगवान राम के जन्म स्थल अयोध्या में मंदिर बनकर तैयार हो गया है और मंदिर में 22 जनवरी को श्रीराम की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस प्राण प्रतिष्ठा के समय भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित रहेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के बाद जब भगवान राम की प्रतिमा की आंखों पर से पर्दा हटाया जाएगा तो सबसे पहले पीएम मोदी ही सामने होंगे। पीएम मोदी को अपनी इस उपस्थिति का महत्व पता है, इसलिए प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिनों तक उपवास कर रहे हैं। मोदी ने अपने उपवास की शुरुआत भगवान राम से जुड़े पंचवटी स्थान से 12 जनवरी से शुरू कर दिया है। उपवास के दौरान एक मनुष्य के लिए सनातन धर्म में जो नियम बताए गए हैं उन सभी का पालन नरेंद्र मोदी करेंगे। सनातन धर्म को मानने वालों के लिए यह गर्व और सम्मान की बात है कि आज देश के प्रधानमंत्री के पद पर ऐसा व्यक्ति विराजमान है, जिसका सनातन धर्म में इतना भरोसा है। मुगलों के छह सौ साल, अंग्रेजों के 200 साल और आजादी के करीब 60 सालों तक देखा गया कि भारत के प्रधानमंत्री के पद पर कैसे कैसे व्यक्तित्व बैठे। धर्मनिरपेक्षता की आड़ में सनातन धर्म को लगातार नुकसान पहुंचाया गया, लेकिन आज सनातन धर्म के प्रतीक के तौर पर प्रधानमंत्री के पद पर नरेंद्र मोदी बैठे हैं, यह सिर्फ भारत के लिए ही महत्व की बात नहीं है, बल्कि दुनिया भर के लिए महत्वपूर्ण है। दुनिया में जितने भी धर्म और संस्कृति हैं उसमें सनातन संस्कृति ही सभी संस्कृतियों को साथ लेकर चलने की क्षमता रखती है। यही वजह है कि अपने धर्म का पालन करते हुए नरेंद्र मोदी श्रीराम की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा करवा रहे हैं तो मुसलमानों की अकीदत वाली अजमेर स्थित दरगाह में ख्वाजा साहब की मजार पर चादर पेश करवा रहे हैं। पीएम मोदी के 11 दिवसीय उपवास के दूसरे दिन 13 जनवरी को अजमेर में ख्वाजा साहब की मजार पर पीएम मोदी की ओर से चादर पेश की गई। पीएम ने यह चादर अपने हाथों से मुस्लिम धर्मगुरुओं और दरगाह से जुड़े खादिमों को सौंपा। इससे सनातन धर्म की शिक्षा का अंदाजा लगाया जा सकता है। यदि विदेशी आक्रमण के समय ऐसा शिक्षा का असर होतो तो सनातन धर्म के मंदिरों को तोड़ा नहीं जाता। इसे सनातन धर्म की महानता कहा जाएगा कि आज भी सभी धर्मों की परंपराओं का पालन प्रधानमंत्री की ओर से किया जा रहा है। दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश होगा, जहां सभी संस्कृतियों का सम्मान होता है।
Report By S.P.MITTAL