सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को तरल ऑक्सीजन के परिवहन की आवश्यकता में वृद्धि को देखते हुए “जोखिम पूर्ण कार्गो” के परिवहन हेतु प्रशिक्षित ड्राइवरों का एक समूह बनाने को कहा

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को तरल ऑक्सीजन के परिवहन की आवश्यकता में वृद्धि को देखते हुए “जोखिम पूर्ण कार्गो” के परिवहन हेतु प्रशिक्षित ड्राइवरों का एक समूह बनाने को कहा

वर्तमान में जारी कोविड-19 महामारी के दौरान, देश के विभिन्न हिस्सों में तरल ऑक्सीजन (एलओएक्स) के शीघ्र और सुचारू परिवहन पर प्रमुख रूप से ध्यान केन्द्रित किया गया है। इस संबंध में, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने यह जानकारी दी है कि मौजूदा नियमों के अनुसार और सीएमवीआर, 1989 के अनुरूप, इस मामले में पर्याप्त प्रशिक्षण के साथ-साथ ‘जोखिमपूर्ण कार्गो’ लाइसेंस रखने वाले प्रशिक्षित ड्राइवरों को ही तरल ऑक्सीजन (एलओएक्स) ट्रकों को संचालित करने की अनुमति है इसलिए, प्रशिक्षित ड्राइवरों का एक बड़ा समूह उपलब्ध कराने की तत्काल आवश्यकता है जो 24X7 संचालन को ध्यान में रखते हुए मौजूदा ड्राइवरों के पूरक/ अथवा उन्हें बदलने में सहायक बन सकें।

यह भी पढ़ें :   कोविड-19 टीकाकरण अपडेट – 626 वां दिन

इस संदर्भ में, मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रशिक्षित ड्राइवरों का एक समूह बनाने की सलाह दी है और ऐसे 500 प्रशिक्षित ड्राइवरों को तुरंत उपलब्ध कराए जाने को कहा है और अगले दो महीनों में इन ड्राइवरों की संख्या को 2500 तक बढ़ाया जाना है।

साथ ही, इस रणनीति के एक अंग के रूप में जिसे एक अतिरिक्त पूल बनाने के लिए अपनाया जा सकता है, निम्नलिखित सुझाव दिए गए हैं: –

  • एक संक्षिप्त कार्यक्रम और शिक्षुता के माध्यम से खतरनाक रसायनों और एलएमओ के प्रबंधन में प्रशिक्षण के साथ एक कौशलयुक्त शीघ्रता से कार्य संचालन में सक्षम चालक।
  • तीन-चार दिन के छोटे कार्यक्रम और शिक्षुता के माध्यम खतरनाक रसायनों और एलएमओ के संचालन के लिए कौशलपूर्ण एचएमवी लाइसेंस धारक।

इस तरह के प्रशिक्षण मॉड्यूल को लॉजिस्टिक्स सेक्टर स्किल काउंसिल (एलएसएससी), इंडियन केमिकल काउंसिल (आईसीसी), नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएसडीसी) और मेडिकल ऑक्सीजन निर्माताओं की मदद से तैयार किया गया हैं।

यह भी पढ़ें :   भारत में कोविड-19 टीकाकरण कवरेज का कुल आंकड़ा 121.06 करोड़ के पार पहुंचा

राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों से इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों को संचालित करने के लिए एचएमवी/खतरनाक रासायनिक लाइसेंस वाले कुछ स्थानीय ड्राइवरों की सिफारिश करने का अनुरोध किया गया है।

साथ ही, सभी कुशल ड्राइवरों की सूची एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराई जाएगी और इन प्रशिक्षित ड्राइवरों की सेवाओं का उपयोग क्रायोजेनिक एलएमओ टैंकरों को ले जाने के लिए किया जा सकता है।

यह भी सलाह दी गई है कि एलओएक्स टैंकर ड्राइवरों को एक विशेष कोविड टीकाकरण अभियान की सुविधा दी जा सकती है और यदि वे कोविड संक्रमित पाए जाते हैं तो उन्हें अस्पतालों में दाखिल कराने और उपचार में प्राथमिकता दी जा सकती है।