प्रमुख बातें:
· टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले स्वर्ण पदक विजेता सूबेदार नीरज चोपड़ा और अन्य सैन्यकर्मियों के मौजूद रहने की संभावना
· रक्षा मंत्री एएसआई और सैनिकों के नवोदित खिलाड़ियों के साथ बातचीत करेंगे
· श्री राजनाथ सिंह दक्षिणी कमान के मुख्यालय जाएंगे
· सेना प्रमुख और दक्षिणी सेना कमान के कमांडर रक्षा मंत्री के साथ मौजूद रहेंगे
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह दिनांक 23 अगस्त, 2021 को सेना खेल संस्थान (एएसआई), पुणे में सैन्य बलों से आए ओलंपिक खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे। हाल ही में संपन्न टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सभी सशस्त्र बल कर्मियों और भाला फेंक में स्वर्ण पदक विजेता सूबेदार नीरज चोपड़ा के भी इस अवसर पर उपस्थित रहने की संभावना है।
श्री राजनाथ सिंह अपनी यात्रा के दौरान एएसआई के नवोदित खिलाड़ियों और सैनिकों के साथ भी बातचीत करेंगे। वह दक्षिणी कमान मुख्यालय का दौरा करेंगे। रक्षा मंत्री के साथ थल सेनाध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे और दक्षिणी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल जे एस नैन भी होंगे ।
भारतीय सेना हमेशा से भारतीय खेलों की रीढ़ रही है – मेजर ध्यानचंद से लेकर सूबेदार नीरज चोपड़ा तक जिन्होंने भारतीय खेलों के इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित किया । भारतीय सेना का ‘मिशन ओलंपिक’ कार्यक्रम 2001 में ओलंपिक सहित अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में पदक जीतने के इरादे से खेल के स्तर को बढ़ाने हेतु एक प्रमुख जिम्मेदारी के क्षेत्र के रूप में शुरू किया गया था।
एएसआई, पुणे भारतीय सेना का एक अनूठा और विश्व स्तरीय खेल संस्थान है और इसने 34 ओलंपियन, 22 राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता, 21 एशियाई खेलों के पदक विजेता, छह युवा खेलों के पदक विजेता और 13 अर्जुन पुरस्कार प्राप्त किए हैं । इन खिलाड़ियों की सफलता का श्रेय इनके समर्पण के अलावा एएसआई के सहयोगी स्टाफ की कड़ी मेहनत को जाता है।
एएसआई, पुणे सैन्य बलों, राष्ट्रीय खेल संघों तथा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अन्य खेल एजेंसियों के साथ तालमेल से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैज्ञानिक ढंग से प्रतिभा पहचान, व्यवस्थित प्रशिक्षण, विश्व स्तरीय कोचिंग, खेल विज्ञान सहायता, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौके देने एवं खेल अवसंरचना संबंधी सहायता के माध्यम से सैन्य बलों के खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए एक प्रमुख खेल प्रशिक्षण संस्थान के रूप में विकसित हुआ है।
***
एमजी /एएम /एबी