इस्पात मंत्रालय के राष्ट्रीय खनिज विकास निगम ने लौह अयस्क खनन शुरू करने के लिए नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड को सहायता प्रदान की

इस्पात मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) ने नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड (एनआईएनएल) को ओडिशा में अपने खनन कार्यों को फिर से शुरू करने के लिए तकनीकी एवं वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए कदम बढ़ाया है। इसके साथ ही मिथिर्डा खदान ब्लॉक में एनआईएनएल लौह अयस्क खदानों का संचालन फिर से शुरू हो गया है।

इस्पात मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय तथा निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के संरक्षण में एनआईएनएल ने सहायता करने के लिए एनएमडीसी से संपर्क किया था। ओडिशा राज्य में उच्च गुणवत्ता वाले लौह अयस्क की आपूर्ति को गति प्रदान करने के वास्ते, एनएमडीसी ने एनआईएनएल को सहायता उपलब्ध कराने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

यह भी पढ़ें :   प्रदेश के किसानों को 16181 करोड़ रूपये का ऋण वितरित नई ग्राम सेवा सहकारी समितियों के गठन के लिए हिस्सा राशि को 3 लाख एवं सदस्य संख्या को 300 किया जाएगा

 

एमएमटीसी, आईपीआईसीओएल, ओएमसी, एनएमडीसी और अन्य उपक्रमों की एक संयुक्त उद्यम कंपनी एनआईएनएल ने ओडिशा में जाजपुर के दुबरी में 1.1 एमटीपीए एकीकृत इस्पात सयंत्र की स्थापना की। कंपनी ने जनवरी 2017 में लौह अयस्क के कैप्टिव उत्पादन के लिए खनन पट्टे का अधिग्रहण किया। एनआईएनएल को राज्य में लौह अयस्क उत्पादन बढ़ाने और कंपनी के खर्चों को पूरा करने के लिए दो साल तक प्रति वर्ष एक मिलियन टन लौह अयस्क की व्यापारिक बिक्री की अनुमति मिली है।

यह भी पढ़ें :   प्रधानमंत्री ने श्री बालासाहेब ठाकरे को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी

****

एमजी/एएम/एनके/वाईबी