अजमेर, जयपुर, अलवर सहित देशभर में चल रहे हैं खुर्शीद दंपत्ति के स्कूल। क्या इन स्कूलों में खुर्शीद दंपत्ति की मानसिकता से शिक्षा दी जा रही है?

तो फिर सलमान खुर्शीद और उनकी बेगम लुईस खुर्शीद अपने दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूलों में हिंदुत्व को मानने वाले परिवारों के बच्चों को क्यों पढ़ा रहे हैं?
अजमेर, जयपुर, अलवर सहित देशभर में चल रहे हैं खुर्शीद दंपत्ति के स्कूल। क्या इन स्कूलों में खुर्शीद दंपत्ति की मानसिकता से शिक्षा दी जा रही है?
दिल्ली में खुर्शीद के घर के बाहर प्रदर्शन।
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बहुत कम लोगों को पता होगा कि अजमेर, जयपुर, अलवर सहित देशभर में चल रही दिल्ली वल्र्ड पब्लिक स्कूलों के मार्गदर्शक भारत के पूर्व विदेशी मंत्री सलमान खुर्शी हैं और उनकी बेगम लुईस खुर्शीद इस संस्था की चेयरमैन हैं। ये वही सलमान खुर्शीद हैं, जिन्होंने विवादित पुस्तक सनराइज ओवर अयोध्या का विमोचन 11 नवंबर को कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने किया। इस पुस्तक में भारत के हिन्दुत्व की तुलना मुस्लिम आतंकी संगठन आईएसआईएस और बोकोहरम से की गई है। सलमान खुर्शीद की इस मानसिकता को लेकर अब देशभर में उनकी आलोचना हो रही है। आलोचना के बाद भी सलमान खुर्शीद अपनी किताब में लिखी बातों पर कायम हैं। सलमान खुर्शीद जब हिन्दुत्व को आतंकी नजरिए से देखते हैं तो सवाल उठता है कि अपनी दिल्ली वल्र्ड पब्लिक स्कूलों में हिन्दुत्व को मानने वाले परिवारों के बच्चों को क्यों पढ़ाते हैं? जब हिन्दुत्व को मानने वालों से इतनी नफरत है तो फिर इनके परिवारों के बच्चों को स्कूल में प्रवेश क्यों दिया जाता है? खुर्शीद दंपत्ति यह तो चाहते हैं कि हिन्दुत्व को मानने वालों के बच्चे उन्हीं के स्कूल में प्रवेश ले, लेकिन खुर्शीद दंपत्ति अपने विचारों को थोपने से बाज नहीं आते। सवाल यह भी है कि आखिर दिल्ली वल्र्ड पब्लिक स्कूलों में किस मानसिकता से पढ़ाई करवाई जाती होगी? क्या इन स्कूलों में सलमान खुर्शीद यही मार्गदर्शन देते हैं कि हिन्दुत्व एक आतंकी विचारधारा है? सब जानते हैं कि दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल देशभर में चल रही है और खुर्शीद दंपत्ति प्रतिमाह लाखों करोड़ों रुपए का मुनाफा हासिल कर रहे हैं। बड़ी अजीब बात है कि एक ओर हिंदुत्व को आतंकी विचारधारा कहा जा रहा है और उसी विचारधारा से प्रतिमाह लाखों की कमाई की जा रही है। जो विचारधारा खुर्शीद दंपत्ति को मालामाल कर रही है, उसी विचारधारा को खुर्शीद अपमानित कर रहे हैं। सवाल यह भी है कि क्या हिन्दुत्व को मानने वालों को अपने बच्चों को खुर्शीद दंपत्ति के स्कूलों में पढ़ाना चाहिए? इसे अफसोसनाक ही कहा जाएगा कि जिस सलमान खुर्शीदने विदेश मंत्री की हैसियत से हिंदुस्तान का प्रतिनिधित्व किया, आज वही व्यक्ति हमारे हिन्दुत्व की तुलना मुस्लिम आतंकी संगठनों से कर रहा है। जो अभिभावक अपने बच्चों को दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूलों में पढ़ा रहे हैं उन्हें अब विचार करना चाहिए।
घर के बाहर प्रदर्शन:
13 नवंबर को हिन्दू संगठनों की ओर से सलमान खुर्शीद के दिल्ली स्थित आवास के बाहर प्रदर्शन किया गया। संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि खुर्शीद की विवादित पुस्तक पर देशभर में प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व को समझे बिना ही सलमान खुर्शीद ने अपनी पुस्तक में गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी की है। हिन्दुत्व का मतलब सबको साथ लेकर चलने का है। हिन्दुत्व भारत की सनातन संस्कृति से जुड़ा हुआ है। दुनिया में सनातन संस्कृति ही एकमात्र संस्कृति है जो दूसरे धर्मों के प्रति भी सम्मान प्रकट करती है। लेकिन इसके बावजूद भी खुर्शीद ने हिन्दुत्व की तुलना मुस्लिम आतंकी संगठनों से की है। इसके लिए खुर्शीद को देशवासियों से माफी मांगनी चाहिए।