वेल्स, यूके में नमामि गंगे : कार्डिफ में गंगा कनेक्ट का उद्घाटन

ग्लासगो,स्कॉटलैंड में सीओपी-26 की शुरूआत सफलतापूर्वक होने के बाद,12 नवंबर शुक्रवार 2021 को कार्डिफ, वेल्स में गंगा कनेक्ट प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन कार्डिफ विश्वविद्यालय में किया गया, इस प्रदर्शनी का उद्घाटन सेवानिवृत मार्क ड्रेकफोर्ड एमएस, वेल्स के प्रथम मंत्री और ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त, एचई गायत्री इस्सर कुमार द्वारा किया गया।

राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, सी-गंगा और भारतीय उच्चायोग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया गंगा कनेक्ट एक वैश्विक प्रदर्शनी और एक आउटरीच मंच है जो नदी प्रणाली के कई पहलुओं का प्रदर्शन करेगा और इच्छुक भागीदारों के साथ एक श्रृंखला से जुड़ेगा।प्रदर्शनी में निम्न बातें होंगी-

अपने मुख्य भाषण में, प्रथम मंत्री ने कहा कि जलवायु संकट के लिए सीमाएं अप्रासंगिक हैं और इसके प्रभावों में केवल अलग-अलग देशों द्वारा कमी नहीं लाई जा सकती है। अंतरराष्ट्रीय सहयोग से ही इसे आगे बढ़ाया जा सकता है और यही एकमात्र तरीका है। उच्चायुक्त ने इस बात पर प्रकाश डाला कि किस प्रकार से भारतीय लोग गंगा का सम्मान करते हैं और नमामि गंगे मिशन पर भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जा रहे उच्च प्राथमिकता को साझा करते हैं। उन्होंने आगे टिप्पणी किया कि नमामि गंगे मिशन किस प्रकार से गंगा नदी को पुनर्जीवित और फिर से जीवंत करने के लिए सार्वजनिक नीति, प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप और सामुदायिक भागीदारी को एक साथ लेकर आता है।

इस प्रदर्शनी में वार्षिक रूप से मनाए जाने वाले दिवाली समारोह को भी चिह्नित किया गया, जो वेल्स में रहने वाले शक्तिशाली प्रवासी समुदाय के लिए निश्चित रूप से शामिल होने वाला एक कार्यक्रम है। श्री अशोक कुमार, एनएमसीजी के कार्यकारी निदेशक (परियोजनाएं) और श्री सनमित आहूजा, विशेषज्ञ सदस्य, सी-गंगा द्वारा प्रथम मंत्री और उच्चायुक्त को गंगा कायाकल्प कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी और स्पष्टीकरण प्रदान किया गया।

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इसमें दो रणनीतिक गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया गया- वैज्ञानिक और व्यापार/उद्योग गोलमेज सम्मेलन का भी आयोजन किया गया । वैज्ञानिक गोलमेज सम्मेलन का संचालन जल अनुसंधान संस्थान द्वारा किया गया, जो जीडब्लू4 जल गठबंधन का हिस्सा है, जो ब्रिटेन का सबसे बड़ा जल केंद्रित पहल है जिसमें कार्डिफ, बाथ, ब्रिस्टल और एक्सेटर विश्वविद्यालय शामिल हैं । भारतीय प्रतिनिधिमंडल में एनएमसीजी के कार्यकारी निदेशक (परियोजनाएं), श्री अशोक कुमार सिंह, श्री सनमित आहूजा, विशेषज्ञ सदस्य, सी-गंगा; प्रो सचिन एस गुंथे, आईआईटी मद्रास; प्रो प्रशांत सान्याल, आईआईएसईआर कोलकाता; डॉ विशाल कपूर, आईआईटी कानपुर शामिल हुए।वेल्श के प्रतिनिधिमंडल में प्रो उमर राणा; प्रो माइक ब्रूफोर्ड; प्रो इसाबेल ड्यूरेंस; डॉ शिबू रमन; प्रो स्टीव ऑर्मेरोड; प्रो शुंकी पैन; डॉ रजा अहमदीन; डॉ टॉम बीच; डॉ एम्मा मैक्किनले; डॉ डेविन सैपफोर्ड शामिल हुए।

विभिन्न विषयों पर विस्तृत प्रस्तुतियां प्रदान की गई जिनमें भारतीय नदी बेसिनों का प्रबंधन, जैव विविधता, मानसून वर्षा पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव और इसके बाद नदी बेसिन प्रबंधन में निहितार्थ तथ्य शामिल किए गए । श्री अशोक कुमार सिंह ने गंगा नदी के कायाकल्प के लिए सरकारी दृष्टिकोण और एनएमसीजी के दृष्टिकोण को साझा किया। श्री सनमित आहूजा ने वाटर मार्केट और उसका मूल्य निर्धारण, जैव विविधता संबंध और उनके आर्थिक संबंधों के लिए परियोजना क्षमता के बारे में बताया । संभावित सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चाएं की गई-भारतीय शहरों को रहने योग्य शहरों में रूपांतरित करना, जल बजट और गंगा नदी बेसिन में प्रदूषण, वेल्स और हिमालयी पहाड़ों में नदी पारिस्थितिकी तंत्र का अध्ययन, जलवायु परिवर्तन और भारतीय मानसून, नदी प्रणालियों की जैव विविधता वालाप्रोफाइल, नदी प्रणालियों के लिए खतरा और संरक्षण के उपाय, पर्यावरण पारिस्थितिकी प्रणालियों का जल विज्ञान और लागू नवाचार में तेजी लाने के लिए बड़ी प्रणालियों और कार्यक्रमों का उपयोग करना इत्यादि।

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व्यापार और उद्योग गोलमेज सम्मेलन में अभिनव प्रौद्योगिकियों और समाधान करने वाली कई कंपनियों ने हिस्सा लिया और पर्यावरण प्रौद्योगिकी सत्यापन (ईटीवी) प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की गई, जो एनएमसीजी के तत्वावधान में सी-गंगा द्वारा संचालित है जिससे नए नवाचारों को बाजार में स्थापित किया जा सके । चर्चा का नेतृत्व श्री अशोक कुमार सिंह द्वारा किया गया जबकि इसका संचालन श्री सनमित आहूजा ने किया । श्री अशोक कुमार सिंह ने बताया कि किस प्रकार से एनएमसीजी द्वारा नवाचार और प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित किया जाता है।कंपनियों द्वारा कई प्रकार के अभिनव समाधानों को प्रस्तुत किया गया जैसे-अपशिष्ट सामग्रियों का बायोरिफाइनिंग, अपशिष्ट से हाइड्रोजन, अपशिष्ट जल उपचार के माध्यम से कीचड़ उत्पादन को खत्म करने के लिए उन्नत तकनीकें, अनोखी सामग्री जो कृषि क्षेत्र में अत्यधिक कुशल फिल्टर माध्यम और कृषि क्षेत्र में उपज को बढ़ावा देने का कार्य करती है।

गंगा कनेक्ट प्रदर्शनी के उद्घाटन के विशेष अवसर को चिह्नित करने के लिए, कार्डिफ़ कैसल द्वारा वेल्श ध्वज के साथ-साथ भारतीय ध्वज को भी फहराया गया और शाम को तिरंगे के रंगों से कवर किया गया।

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