पैरालम्पिक रजत पदक विजेता योगेश कथुनिया ने बिहार में प्रधानमंत्री मोदी की ‘चैंपियंस से मिलिए’ पहल की शुरुआत की; अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पटना में स्थानीय लड़कियों के एक स्कूल का दौरा किया

पैरालम्पिक रजत पदक विजेता योगेश कथुनिया ने मंगलवार, 8 मार्च को पटना के गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल का दौरा किया और देश के पूर्वी क्षेत्र में संतुलित आहार एवं फिटनेस के महत्व के बारे में विद्यार्थियों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के स्कूल दौरा अभियान की शुरुआत की। ‘मीट द चैंपियंस’ शीर्षक वाले इस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में टोक्यो 2020 के ओलंपियन देश भर के स्कूलों का दौरा कर रहे हैं।  

योगेश, जिनकी मां ने बचपन में उनके ठीक होने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी, ने इस अवसर पर वहां मौजूद सभी लोगों को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक बधाई भी दी और कहा, “वह शुरू से ही मेरे साथ रही हैं और हमेशा मेरा समर्थन किया है। इसलिए मैं इस महिला दिवस को विशेष रूप से उन्हें समर्पित करता हूं।”                                      

इसके बाद उन्होंने अपनी पैरालम्पिक यात्रा के बारे में चर्चा की और कहा, “मेरे लिए यह यात्रा भले ही 2017 में शुरू हुई, पर मुझे बहुत जल्दी ही इस बात का एहसास हो गया था कि यही वह खेल है जिसकी मुझे तलाश थी और यही वह करियर है जिसमें मैं जाना चाहता हूं और तभी से मैंने खुद को पूरी तरह से इस खेल के प्रति समर्पित कर दिया है।”

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‘मीट द चैंपियंस’ की यह पहल सरकार के ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का हिस्सा है। इसकी शुरूआत दिसंबर 2021 में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने की थी।

अब तक 9 ओलंपियन एवं पैरालम्पियन पिछले कुछ महीनों में 600 से अधिक स्कूलों के छात्रों से मिल चुके हैं और अपने जीवन के अनुभव, सबक, सही खानपान तथा स्कूली बच्चों को समग्र रूप से प्रेरणादायक प्रोत्साहन व जानकारी साझा कर चुके हैं।

पटना में योगेश के कार्यक्रम के दौरान, राज्य शिक्षा बोर्ड ने विभिन्न स्कूलों के दिव्यांग छात्रों को भी आमंत्रित किया गया, ताकि योगेश उनके साथ बातचीत कर सकें और उन्हें खेलों को अपनाने के लिए प्रेरित कर सकें।

सभी के लिए संतुलित आहार के महत्व के बारे में बच्चों को संबोधित करते हुए योगेश ने कहा, “हमें सभी खाद्य पदार्थों की जरूरत है, यहां तक ​​कि चीनी की भी, लेकिन सही मात्रा में और सही खाद्य पदार्थों के माध्यम से। आपको अस्वास्थ्यकर भोजन (जंक फूड) से भी प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट मिलते हैं, लेकिन इस प्रकार के भोजन में अतिरिक्त मात्रा में संतृप्त वसा भी होती है जिनसे आपको बचने की आवश्यकता है। इसलिए आपके प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के स्रोत के लिए सही खाद्य पदार्थ को खोजना अहम है।”

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स्थानीय विद्यार्थियों के साथ बातचीत के बाद, योगेश ने उनके साथ वॉलीबॉल का खेल भी खेला और अगली पीढ़ी के एथलीटों को सभी प्रकार के खेलों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।

‘स्कूल दौरा’ का यह अनोखा अभियान युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जा रहा है। यह पहल टोक्यो ओलंपिक और पैरालम्पिक खेलों में भारत की जबरदस्त सफलता के बाद तब शुरू किया गया था, जब प्रधानमंत्री मोदी ने एथलीटों के साथ बातचीत के दौरान उनसे 75 स्कूलों का दौरा करने और संतुलित आहार एवं फिटनेस के महत्व के बारे में चर्चा करने का अनुरोध किया।

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