ईंट भट्टा और बीड़ी महिला श्रमिकों की एनीमिया जांच के लिए देशभर में प्रायोगिक परियोजना शुरू।

ईंट भट्टा और बीड़ी महिला श्रमिकों की एनीमिया जांच के लिए देशभर में प्रायोगिक परियोजना शुरू।
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और स्मृति ईरानी ने महिला दिवस पर परियोजना का शुभारंभ किया।
राष्ट्रीय कार्यक्रम में अजमेर से भी 20 महिला श्रमिकों ने भाग लिया।
ईश्रम पोर्टल पर 25 करोड़ श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन।
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देश भर में ईंट भट्टा और महिला बीड़ी श्रमिकों की एनीमिया जांच के लिए देशभर में प्रायोगिक परियोजना शुरू की गई है। इस परियोजना की शुरुआत 8 मार्च को महिला दिवस पर दिल्ली स्थित केंद्रीय रोजगार एवं श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव के सरकारी आवास पर आयोजित समारोह में हुई। इस समारोह में केंद्रीय समाज कल्याण एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी और श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री रामेश्वर तेली भी उपस्थित रहे। समारोह में देशभर से चयनित 55 महिला श्रमिकों को हेल्प सप्लीमेंट आयुष किट दिया गया और समारोह में ही उनके स्वास्थ्य और पोषण की जांच की गई। इस परियोजना के शुरू होने के साथ ही असंगठित क्षेत्र के ईंट भट्टा उद्योग और बीड़ी महिला श्रमिक अपने स्वास्थ्य की जांच कर्मचारी राज्य बीमा निगम के अस्पतालों में करा सकेंगी। समारोह में केंद्रीय मंत्री यादव ने कहा कि जो महिलाएं ईंट भट्टा और बीड़ी बनाने के काम से जुड़ी हुई हैं, उनके शरीर में एनीमिया का रोग हो जाता है। यानी उनके शरीर में रक्त की कमी हो जाती है। इससे महिला में कमजोरी, चिड़चिड़ापन, तनाव आदि का रोग हो जाता है। लेकिन यदि महिला श्रमिकों को पौष्टिक आहार समय समय पर मिलता रहे तो इस रोग को बढ़ने से रोका जा सकता है। असंगठित क्षेत्र की महिला श्रमिकों की एनीमिया की समस्या को ध्यान में रखते हुए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने प्रायोगिक परियोजना की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के शुरू होने पर इन दोनों उद्योग से जुड़ी महिला श्रमिकों को अपने स्वास्थ्य की जांच मंत्रालय के अस्पतालों में करवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि देशभर के ईंट भट्टा और बीड़ी महिला श्रमिकों के विकास और आत्मनिर्भरता के लिए केंद्र सरकार ने अनेक कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा कर रखी है।
25 करोड़ श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन:
समारोह में केंद्रीय मंत्री यादव ने बताया कि ईश्रम पोर्टल के माध्यम से अब तक देश में 25 करोड़ श्रमिकों को रजिस्ट्रेशन हो चुका है। ये सभी श्रमिक असंगठित क्षेत्र के हैं। रजिस्ट्रेशन कराने पर 2 लाख के जीवन बीमा का लाभ भी दिया जा रहा है। यादव ने सभी श्रमिकों से पोर्टल के माध्यम से अपना रजिस्ट्रेशन करवाने की अपील की है।
अजमेर की 20 महिला भी शामिल:
8 मार्च को दिल्ली में महिला दिवस पर परियोजना के शुभारंभ पर जो कार्यक्रम हुआ उसमें अजमेर की बीस महिला श्रमिकों ने भी भाग लिया।