भारत की स्टार ओलंपिक तैराक माना पटेल ने स्कूल की यात्रा पर आधारित अभियान, ‘मीट द चैंपियंस’ को जारी रखा; गोवा स्थित एक स्कूल में इस मौके पर कहा, यह उनका ‘राष्ट्रीय कर्तव्य’ है

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अनूठी पहल ‘मीट द चैंपियंस’ को आगे जारी रखते हुए, भारत की स्टार ओलंपिक तैराक माना पटेल ने शनिवार को गोवा के बम्बोलिम स्थित डॉ. के. बी. हेडगेवार हाई स्कूल की यात्रा की।

यात्रा के दौरान, माना ने 75 स्कूलों के छात्रों के साथ बातचीत की और संतुलित आहार के महत्व के बारे में बताया कि फिट और स्वस्थ रहने के लिए प्रत्येक व्यक्ति की जीवन शैली में यह कैसे योगदान दे सकता है। ओलंपिक की बैकस्ट्रोक तैराक ने कहा, “मैं गोवा में मिली प्रतिक्रिया से वास्तव में अभिभूत हूं और यह आपसी बातचीत पर आधारित एक मनोरंजक कार्यक्रम था, जहां मुझे लगता है कि मैं बच्चों को स्वस्थ जीवन शैली और भोजन संबंधी अच्छी आदतों के लिए थोड़ा प्रभावित और शिक्षित कर सकती हूँ।”

भारत भर के स्कूलों में ओलंपिक और पैरालिंपिक खिलाड़ियों की इस पहल के बारे में प्रधानमंत्री के विचार की सराहना करते हुए और संतुलित आहार के महत्व पर छात्रों के साथ बातचीत में माना ने कहा, “पिछले साल जब हम ओलंपिक खेलों के बाद अपने प्रधानमंत्री से मिले थे, तो उन्होंने हमें देश भर के बच्चों को ‘संतुलित आहार’ के बारे में शिक्षित करने और प्रेरित करने का सुझाव दिया था, ताकि वे स्वस्थ भोजन की आदतों और फिटनेस को अपना सकें। मैं मानती हूँ कि यह मेरा राष्ट्रीय कर्तव्य है कि मेरे पास जो भी जानकारी है, मैं इन बच्चों के सामने रखूँ, ताकि वे एक स्वस्थ जीवन शैली अपना सकें और अपनी शिक्षा, खेल और किसी भी फिटनेस गतिविधियों में कुशलता प्राप्त कर सकें।”

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देश की युवा पीढ़ी को स्वस्थ भोजन की आदतों के साथ एक स्वस्थ जीवन शैली चुनने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से, ‘मीट द चैंपियंस’ पहल, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय तथा शिक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही है।

इस कार्यक्रम में क्विज जैसे मनोरंजक खंड होते हैं, जहां एथलीट पोषण, खेल और भोजन से संबंधित प्रश्न पूछते हैं, एथलीट छात्रों के साथ यह खेल खेलते हैं, जिससे बच्चों में उत्साह की भावना का संचार होता है। क्विज सत्र में फिट इंडिया की जर्सी जीतने वाले छात्रों में से एक ने कहा, “जब मुझे जर्सी मिली तो मुझे बहुत अच्छा लगा और यह पहली बार है, जब मुझे किसी ओलंपिक खिलाड़ी से मिलने और उनके साथ बातचीत करने का मौका मिला। यह मेरे लिए किसी सपने के सच होने जैसा है।”

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यह अभियान, छात्रों को अपने मन की बात साझा करने और खेल के लोकप्रिय खिलाड़ियों से सवाल पूछने और ओलंपिक तक की उनकी यात्रा को जानने व इससे प्रेरित होने के लिए एक मंच प्रदान करता है। डॉ. के. बी. हेडगेवार हाई स्कूल, गोवा के प्रिंसिपल श्री विलास सतरकर ने कहा, “इस तरह की यात्राएं हमेशा बहुत प्रभावी होती हैं, क्योंकि युवा दिमाग शीघ्रता से संदेश ग्रहण करते हैं और मुझे विश्वास है कि इस तरह के अभियानों के माध्यम से दिया गया संदेश, निश्चित रूप से उनकी मदद करेगा।”

यह अनूठी पहल सरकार के ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत  दिसंबर, 2021 में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने की थी। इसके बाद विभिन्न ओलंपिक और पैरालिंपिक खिलाड़ियों द्वारा इस क्रम को जारी रखा गया है।

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