गुजरात की 5 प्रेरणादायी महिलाओं ने नीति आयोग के वुमन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया अवार्ड्स का पांचवां संस्करण जीता

भारत को ‘सशक्त और समर्थ भारत’ बनाने में महिलाएं लगातार अहम भूमिका निभाती रही हैं। विभिन्न क्षेत्रों में इन महिलाओं की उल्लेखनीय उपलब्धियों को मान्यता देते हुए नीति आयोग ने वुमन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया अवार्ड्स की स्थापना की है । इस वर्ष, भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष मनाने के लिए आजादी का अमृत महोत्सव के एक हिस्से के रूप में 75 महिलाओं को डब्ल्यूटीआई पुरस्कार प्रदान किए गए। इन 75 पुरस्कार विजेताओं में से गुजरात राज्य की 5 महिलाओं को सम्मानित किया गया।

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सुश्री प्रीति पटेल एक महिला केंद्रित रक्षा निर्माण कंपनी की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं। रास्पियन एंटरप्राइजेज की स्थापना अत्याधुनिक स्मॉल आर्म्स वेपन सिस्टम और सुरक्षा एवं रक्षा उत्पादों के निर्माण के लिए की गई थी। यह ऐसी भारतीय और वैश्विक रक्षा आवश्यकताओं को पूरा करती है जो विश्वसनीयता, गुणवत्ता और लागत दक्षता में बेजोड़ हैं। वह विशेषज्ञों की ऐसी एक टीम का नेतृत्व करती हैं जो उत्पाद सुधार के लिए निरंतर अनुसंधान एवं विकास पर काम कर रही  है, वे मुख्य रूप से नवीनतम तकनीकों के स्वदेशीकरण पर ध्यान केंद्रित करती हैं। वह भारत की महिलाओं को रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में सक्रिय रूप से भाग लेने की कल्पना भी करती हैं  । महिलाओं के लिए हथियारों और शस्त्रों में भारत को एक आत्मनिर्भर देश बनाने में रास्पियन एंटरप्राइजेज का महत्वपूर्ण योगदान है।

तृप्ति जैन का राज्य सरकार (शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास, शहरी विकास और ग्रामीण विभाग) द्वारा प्रचारित गैर-लाभकारी संस्थाओं के साथ काम करने का एक विशिष्ट कैरियर है। उसका सामाजिक उद्यम नैरीता सर्विसेज प्रा. लिमिटेड (एनएसपीएल) शहरी और ग्रामीण गरीब महिलाओं के समावेशी विकास के लिए लिंग केंद्रित जलवायु परिवर्तन को कम करने वाली प्रक्रियाओं का निर्माण कर रहा है। एनएसपीएल विश्व बैंक से पुरस्कृत जल सिंचाई प्रौद्योगिकी ‘भुंगरू’ को बढ़ावा दे रहा है। वे भारत, दक्षिण पूर्व एशिया, पूर्वी एशिया और अफ्रीका में अति-गरीब महिला छोटे धारकों के लिए महिला जलवायु नेताओं के माध्यम से जीरो हंगर, नो पॉवर्टी, जेंडर इक्वलिटी और क्लाइमेट एक्शन को आगे बढ़ा रही हैं। नैरीता सर्विसेज महात्मा गांधी के अंत्योदय के उस सिद्धांत को पुनर्जीवित कर रही है जिसके द्वारा जन साधारण की सर्वोत्तम संभव तरीके से सेवा की जा सकती है।

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गीता सोलंकी द्वारा स्थापित यूनिपैड्स एक सामाजिक व्यवसाय है जिसकी स्थापना महिलाओं को किफायती और स्वास्थ्यकर मासिक धर्म स्वास्थ्य समाधान प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है। यूनिपैड उन्हें लागत प्रभावी पुन: प्रयोज्य / धोने योग्य कपड़े, सैनिटरी पैड बनाने और उन्हें दूरस्थ क्षेत्रों में उपलब्ध कराने के लिए आपस में जोड़ता है। उनका निर्माण उन्हें 1 वर्ष के जीवनचक्र के साथ मानक डिस्पोजेबल पैड की तुलना में लागत को लगभग 50% कम करने की अनुमति देता है। प्रत्यक्ष ग्राहक उपलब्धता को कल्याणी के रूप में जानी जाने वाली महिला ग्राम स्तरीय उद्यमियों (वीएलई) को सूचीबद्ध करके बनाया गया है। वर्तमान में वे अपने नेटवर्क में 96+ कल्याणियों के साथ काम कर रही हैं। यूनिपैड यह सुनिश्चित करता है कि महिलाओं की पहुँच किफायती और स्वच्छ मासिक धर्म उत्पादों तक हो और महिला स्तर के उद्यमियों को शामिल करके उन्हें आजीविका का समर्थन किया जाए।

इस दृढ़ विश्वास के साथ कि आर्थिक सशक्तिकरण एक शक्तिशाली उपकरण है, हिना शाह ने यह ध्यान में रखते हुए कि सामाजिक, राजनीतिक, भौतिक और धार्मिक क्षेत्रों का महिलाओं के जीवन पर सीधा प्रभाव कैसे पड़ता है, के विचार पर वर्ष 1983 में काम करना शुरू किया था। पहला कार्यक्रम, जिसे महिलाओं के लिए उद्यमिता विकास कार्यक्रम कहा जाता है, को गुजरात की केवल 25 महिलाओं के साथ शुरू किया गया थाI उनका व्यवसाय अभी भी अच्छा चल रहा है। यह स्पष्ट रूप से महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को प्राप्त करने के लिए विकास दृष्टिकोण की स्थिरता का प्रदर्शन करता है। 1986 में उन्होंने ‘द इंटरनेशनल सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड करियर डेवलपमेंट (आईसीईसीडी)’ भी शुरू किया। ग्रामीण और आदिवासी भारत की वंचित, आश्रित महिलाओं की दशा सुधारने के हिना के अथक प्रयासों ने उल्लेखनीय प्रभाव डाला है। महिलाओं ने अपनी स्थिति में सुधार किया क्योंकि उन्होंने अपना छोटा व्यवसाय शुरू किया, कमाई शुरू की, और एक स्थायी और स्वतंत्र जीवन के लिए मुनाफा कमाया। हिना शाह इसे मानवता के लिए एक योगदान मानती हैं और इसके लिए अभी भी बहुत कुछ करना चाहती हैं। आईसीईसीडी सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए उत्पादक संसाधनों पर महिलाओं की पहुँच / नियंत्रण को सुविधाजनक बनाकर एक “उद्यमी समाज” का निर्माण कर रहा है।

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मीटियोरिक बायोफार्मास्युटिकल्स प्रा. लिमिटेड एक अग्रणी, एकीकृत और अच्छी तरह से विविध बायोटेक कंपनी है। उप प्रबंध निदेशक पूनम जी कौशिक गुणवत्ता के प्रति जागरूक बाजार की मांगों को पूरा करने के लिए विशेष बायोफार्मास्युटिकल्स उत्पादों और बायोटेक समाधानों को पेश करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रही हैं। यह कम्पनी लगातार नवीन अनुसंधान तकनीकों और मजबूत तकनीकी सहायता द्वारा समर्थित बेहतरीन सेवा और गुणवत्ता मानकों द्वारा बायोफार्मास्युटिकल्स बाजार में नई सामग्री और फॉर्मूलेशन पेश करने की दिशा में भी काम कर रही हैं। गुणवत्ता और नवीन तकनीकी सहायता के प्रति प्रतिबद्धता के माध्यम से मीटियोरिक बायोफार्मास्युटिकल्स अपने लिए जगह बना रहा है।

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