नीति आयोग 30 मार्च को कार्बन प्रग्रहण (कैप्चर), उपयोग और भंडारण पर एक कार्यशाला का आयोजन कर रहा है

नीति आयोग 30 मार्च, 2022 को कार्बन प्रग्रहण (कैप्चर), उपयोग और भंडारण (सीसीयूएस) पर एक राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला का आयोजन कर रहा है।

इस कार्यशाला का उद्घाटन नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार, सदस्य डॉ. वी.के. सारस्वत, सीईओ श्री अमिताभ कांत, प्रधानमंत्री के सलाहकार श्री अमित खरे, प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो.के. विजय राघवन, भारत सरकार के सचिव, सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक तथा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी करेंगे।

नीति आयोग हमारे जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने में सीसीयूएस की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देता है। अभी हाल में, जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल के अध्ययनों में हमारी अर्थव्यवस्था को तेजी से कार्बन मुक्त करने के लिए कार्बन प्रग्रहण (कैप्चर) के महत्वपूर्ण महत्व को दर्शाया गया है। यह विशेष रूप से औद्योगिक उत्सर्जन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जिस पर अपेक्षित ध्यान नहीं दिया गया है। वायुमंडल से नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन संभवत: एक बड़ी भूमिका निभाएगा। यह सशक्‍त रूप से आज के तेल उद्योग से भी दोगुने बड़े उद्योग का निर्माण कर रहा है। सीसीयूएस जीरो कार्बन अर्थव्यवस्था में तत्काल परिवर्तन करने वाली एक महत्वपूर्ण जरूरत है। इसलिए यह सरकार के लिए अपनी 2070 नेट-जीरो प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए भी आवश्यक है।

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नीति आयोग की यह कार्यशाला देश के लिए सर्कुलर अर्थव्यवस्था को सक्षम बनाने में सीसीयूएस की भूमिका के बारे में चर्चा करने के लिए सरकारी अधिकारियों, उद्योग जगत के दिग्‍गजों और शिक्षाविदों को एक मंच पर लाएगी।

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