सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव ने अमरनाथजी यात्रा 2022 के प्रचार-प्रसार के संबंध में बैठक आयोजित की

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव श्री अपूर्व चंद्र ने आज श्रीनगर में 30 जून, 2022 से शुरू हो रही आगामी 43 दिवसीय श्री अमरनाथजी यात्रा के व्यापक प्रचार-प्रसार के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित की।

बैठक में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव; जम्मू और कश्मीर सरकार के मुख्य सचिव श्री अरुण कुमार मेहता; श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के सीईओ श्री नीतिश्वर कुमार; श्री जम्मू-कश्मीर सरकार के प्रमुख सचिव श्री रोहित कंसल; केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी; सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री विक्रम सहाय; आकाशवाणी के प्रमुख महानिदेशक (समाचार) श्री एन.वी. रेड्डी; दूरदर्शन के महानिदेशक श्री मयंक अग्रवाल; पत्र सूचना कार्यालय, श्रीनगर के अपर महानिदेशक श्री राजिंदर चौधरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में श्री अपूर्व चंद्र ने कहा कि तीर्थयात्रा की पूरी अवधि के दौरान जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अनुमान के आधार पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय की विभिन्न मीडिया इकाइयों द्वारा प्रचार गतिविधियों की योजना तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि अमरनाथजी यात्रा की गतिविधियों से जुड़े कवरेज को पूरे देश में प्रसारित किया जाएगा और क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों के कवरेज पर भी ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर में किए गए विकास कार्यों के संबंध में केंद्र सरकार और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन की विभिन्न उपलब्धियों के बारे में लोगों को जानकारी देने की आवश्यकता है। पूरे देश में इस क्षेत्र के संबंध में ऐसी सकारात्मक बातों को विस्तार से बताये जाने की जरूरत है।“ श्री चंद्र ने कहा कि इस वर्ष की यात्रा में छह से आठ लाख तीर्थयात्रियों के शामिल होने की संभावना है।

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बैठक में मुख्य सचिव श्री अरुण कुमार ने कहा कि इस साल की अमरनाथ यात्रा यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाओं और निर्बाध यात्रा अनुभव के कारण रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर रहेगी। उन्होंने कहा, “अमरनाथजी यात्रा संयुक्त संस्कृति और बंधुत्व का एक प्रमुख उदाहरण है, जिसे स्थानीय लोगों द्वारा यात्रियों के साथ मिलकर सौहार्दपूर्ण तरीके से काम करते हुए सदियों से संरक्षित रखा गया है।” उन्होंने कहा कि यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रशासन ने बेहतर सुविधाएं और सड़क किनारे पर ही सुविधाएं प्रदान करने को लेकर हरसंभव उपाय किए हैं और इस वर्ष की यात्रा को सफल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किये जायेंगे।        

सूचना और प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री विक्रम सहाय ने सभी मीडिया इकाइयों को इस यात्रा के लिए पंजीकरण से लेकर इसके शुरू होने और समापन तक की विस्तृत प्रक्रियाओं के बारे में व्यापक प्रचार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के सकारात्मक माहौल को रेखांकित करने की बेहद जरूरत है जोकि तीर्थयात्रा के बारे में सभी संदेहों को दूर करेगा। उन्होंने कहा कि यह कदम देश भर से अधिक से अधिक लोगों को इस यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करेगा।

आकाशवाणी के प्रमुख महानिदेशक (समाचार) श्री एन.वी. रेड्डी, दूरदर्शन के महानिदेशक श्री मयंक अग्रवाल द्वारा इस वर्ष होने वाली इस यात्रा से संबंधित उन जानकारियों का प्रचार-प्रसार बढ़ाने के बारे में विचार-विमर्श किया गया जोकि संभावित यात्रियों के लिए उपयोगी होंगी। इन दोनों इकाइयों के प्रमुखों ने आश्वस्त किया कि इस यात्रा के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि दोनों मीडिया इकाइयां राष्ट्रीय स्तर पर और क्षेत्रीय भाषाओं में भी जम्मू एवं कश्मीर में किए गए विकास कार्यों को रेखांकित करने के लिए व्यापक पहल करेंगी।

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श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के सीईओ श्री नीतिश्वर कुमार ने इस यात्रा की तैयारियों के बारे में एक संक्षिप्त विवरण साझा किया। उन्होंने कहा,  “हम इस साल इस यात्रा में शामिल होने वाले लोगों की संख्या में दुगनी वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं और इसी तरह हमने भी इसे सफल बनाने के लिए दोगुनी तैयारियां की है। उन्होंने सभी मीडिया इकाइयों से समय-समय पर यात्रियों के लिए जारी परामर्श को रेखांकित करते रहने का आग्रह किया और कहा कि तीर्थयात्रियों की अवस्थिति की जानकारी रखने के लिए इस वर्ष रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) टैग का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने इस यात्रा के कठिन होने संबंधी गलत धारणाओं को विफल करने की जरूरत पर भी जोर दिया।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने केन्द्र-शासित प्रदेश प्रशासन को आश्वस्त किया कि प्रचार संबंधी गतिविधियों की योजना बनाने के लिए उचित कदम उठाए जायेंगे और इस साल इस यात्रा को लेकर काफी चर्चा होगी।

इस बैठक में संभागीय आयुक्त कश्मीर, संभागीय आयुक्त जम्मू, उपायुक्त गांदरबल, उपायुक्त अनंतनाग और सुरक्षा एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।

 

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