अपैरल मेड-अप्स होम फर्निशिंग सेक्टर स्किल काउंसिल ने राष्ट्रीय कौशल विकास कोष (एनएसडीएफ) को कौशल विकास और क्षमता निर्माण करने के लिए 51 लाख रुपये का सीएसआर फंड प्रदान किया

अपैरल मेड-अप्स होम फर्निशिंग सेक्टर स्किल काउंसिल (एएमएच एसएससी), स्किल इंडिया मिशन के लिए प्रतिबद्ध, ने कौशल प्रशिक्षण के साथ-साथ देश के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास कोष (एनएसडीएफ) को अपनी कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) फंड से 51 लाख रुपये प्रदान किए।

यह चेक श्री प्रेमल उदानी, अध्यक्ष, एएमएच एसएससी ने श्री राजेश अग्रवाल, सचिव, एमएसडीई को श्री वेद मणि तिवारी, सीओओ और कार्यवाहक सीईओ, एनएसडीसी और डॉ. रूपक वशिष्ठ, सीईओ, एएमएच एसएससी की उपस्थिति में प्रदान किया। इस फंड का उपयोग कौशल इकोसिस्‍टम की क्षमता निर्माण करने में किया जाएगा।

भारत में सीएसआर पहल के लिए शिक्षा और कौशल विकास तीव्रता के साथ पसंदीदा विकल्प के रूप में उभरकर सामने आ रहे हैं। सीएसआर फंड्स का योजनाबद्ध रूप से उपयोग करते हुए कंपनियां न केवल स्किल इंडिया मिशन को बढ़ावा दे सकती हैं बल्कि एक मजबूत श्रम बाजार का निर्माण करते हुए स्किलिंग इंडिया और लाखों आजीविकाओं पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती हैं। सीएसआर फंड कौशल विकास मूल्य श्रृंखला, क्षमता निर्माण और प्रबंधकीय सहायता में वित्तीय सहायता प्रदान करके कौशल विकास पहलों को बढ़ावा देने में भी योगदान कर सकता है।

एएमएचएसएससी के फैसले की सराहना करते हुए, श्री राजेश अग्रवाल ने आशा व्यक्त किया कि इस प्रकार के योगदान से कौशल क्षेत्र का विस्तार करने में सहायता प्राप्त होगी और कौशल विकास के क्षेत्र में नए अवसर जुड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट क्षेत्र का समर्थन कौशल विकास के प्रयास को अधिक समावेशी बनाने की दिशा में बड़ी भूमिका निभा सकता है, जिससे कि कौशल विभाजन में कमी लाई जा सके। कंपनियों के पास संसाधन, अवसंरचना, मशीनरी और दक्षता मौजूद हैं जो देश में कौशल विकास की कोशिश को समर्थन प्रदान कर सकते हैं। श्री राजेश अग्रवाल ने और ज्यादा संगठनों से आगे आने, कौशल निर्माण गतिविधियों में शामिल होने और स्किल इंडिया मिशन को मजबूती प्रदान करने में मदद करने का आग्रह किया।

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श्री प्रेमल उदानी, अध्यक्ष, एएमएच एसएससी ने कहा कि लक्ष्य की प्राप्ति करने और देश में चल रहे कौशल विकास मिशन की गुणवत्ता और स्थिरता को बनाए रखने वाले विशाल कार्य को ध्यान में रखते हुए, हम महसूस करते हैं कि कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय हमारे सीएसआर योगदान को पूरा करने के लिए एक आदर्श विकल्प साबित होगा, क्योंकि उनके पास देश के युवाओं का कौशल विकास करने के लिए व्यापक दक्षता और एक केंद्रित दृष्टिकोण मौजूद है। उन्होंने कहा कि हम महसूस करते हैं कि देश में स्थायी आर्थिक विकास को प्रेरित करने में उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका है और कार्यबल का कौशल विकास करने में हमारे द्वारा किया गया निवेश एक मजबूत व्यावसायिक परिस्थिति बनाता है।  उन्होंने आगे कहा कि एमएसडीई ने कौशल इकोसिस्‍टम को मजबूती प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और हम इसे हरसंभव तरीके से समर्थन प्रदान करना चाहते हैं। हम स्किल इंडिया मिशन के साथ जुड़ने पर गौरवान्वित महसूस करते है क्योंकि हम परिधान, मेड-अप्स और घरेलू सामान के क्षेत्रों में रोजगार योग्य कौशल और जानकारी प्रदान कर रहे हैं, जिनमें घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों में विकास की अपार संभावनाएं मौजूद हैं।

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एमएसडीई की प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के अंतर्गत अपैरल मेड-अप्स होम फर्निशिंग सेक्टर स्किल काउंसिल (एएमएच एसएससी) देश के युवाओं के लिए अधिकतम नौकरियां सुरक्षित करके सबसे बड़ी स्किल काउंसिल सेक्टर बनी हुई है। दिसंबर 2013 में की गई स्थापना के बाद से, एएमएच एसएससी ने इस उद्योग के लिए 45 क्वालिफिकेशन पैक विकसित किए हैं और परिधान क्षेत्र में लगभग 12 लाख लोगों को प्रमाणित करने में सफल रहा है। एएमएच एसएससी की प्रमुख विशेषताओं में से एक विशेषता उद्योग द्वारा विभिन्न क्षेत्रों की मांगों के आधार पर प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार करना और यह सुनिश्चित करना कि सभी सफल प्रशिक्षुओं को एक मान्यता प्राप्त मूल्यांकन एजेंसी द्वारा प्रमाणित किया जाए।

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