भारतीय रेल ने विश्व पर्यावरण दिवस को उपयुक्त तरीके से मनाया

पर्यावरण संबंधित मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है।

इस वर्ष के पर्यावरण दिवस के लिए अभियान का नारा है- ‘केवल एक धरती’ जिसमें ‘प्रकृति के साथ सद्भाव से रहने’ पर ध्यान केंद्रित किया गया है क्योंकि ब्रह्मांड में अरबों आकाशगंगाएँ हैं और हमारी आकाशगंगा में अरबों ग्रह हैं। लेकिन केवल एक धरती है। धरती माता हमारा निवास है और अनुकूल वातावरण को बनाए रखने के लिए इसे बढ़ते प्रदूषण से बचाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।

हर साल की तरह भारतीय रेल इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस की थीम के अनुरूप उपयुक्त तरीके से 5 जून, 2022 को विश्व पर्यावरण दिवस मना रहा है।

भारतीय रेल विशाल परिवहन का पर्यावरण-अनुकूल साधन है। पर्यावरण संरक्षण के लिए, रेलवे प्रदूषण/जीएचजी उत्सर्जन को कम करने, संसाधनों और ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने और सस्टेनेबिलिटी पाने में योगदान के माध्यम से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाली प्रमुख पहल कर रहा है। इनमें से कुछ पहलें निम्मलिखित हैं:-

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– नेटवर्क को मजबूत करके और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) की स्थापना के माध्यम से समग्र भूमि आधारित माल परिवहन में रेलवे के बढ़ते मॉडल शेयर

– ऊर्जा कुशल प्रौद्योगिकियों और एलईडी के उपयोग जैसे ऊर्जा कुशल उपायों के माध्यम से ऊर्जा दक्षता में सुधार

– ऊर्जा मिश्रण में अक्षय ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाना।

– सीएनजी जैसे वैकल्पिक ईंधन का उपयोग।

– जल पुनर्चक्रण और वर्षा जल संचयन जैसे उपायों के माध्यम से जल उपयोग दक्षता में सुधार करना।

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– कार्बन सिंक बढ़ाने के लिए रेलवे भूमि पर वनरोपण।

– बीजी कोचों के पूरे बेड़े में जैव शौचालय की स्थापना।

– औद्योगिक इकाइयों, रेलवे स्टेशनों और अन्य रेलवे प्रतिष्ठानों का ग्रीन सर्टिफिकेशन।

– पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली (ईएमएस): रेलवे स्टेशनों का आईएसओ 14001 प्रमाणन।

– सीपीसीबी से रेलवे स्टेशनों के लिए संचालन की सहमति (सीटीओ)/स्थापना की सहमति (सीटीई)।

– ठोस अपशिष्ट प्रबंधन।

बर्लिन में 1 जून 2022 को एक भव्य समारोह में भारतीय रेल को “जीरो-कार्बन टेक्नोलॉजी के सर्वश्रेष्ठ उपयोग” की श्रेणी में सीधे 25 केवी एसी ट्रैक्शन सिस्टम को सौर ऊर्जा प्रदान करने के लिए यूआईसी इंटरनेशनल सस्टेनेबल रेलवे अवार्ड्स (आईएसआरए) से सम्मानित किया गया है।

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