भारत सरकार ने आज 5वां जीएसटी दिवस ‘GST@5 साधन, देश के सर्वांगीण विकास का’ विजन के साथ मनाया। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर पर आयोजित विशेष कार्यक्रम की अध्यक्षता की और वित्त राज्यमंत्री श्री पंकज चौधरी इस अवसर पर सम्मानित अतिथि थे। वित्त मंत्रालय, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने इस अवसर पर कहा कि जीएसटी इन पांच वर्षों में हर संभव चुनौती की कसौटी पर खरा उतरा, चाहे वह तकनीकी चुनौती हो या महामारी से उत्पन्न चुनौती। वित्त मंत्री ने अधिकारियों की सराहना की कि उन्होंने स्वचलन में आवश्यक संभावित बदलावों के संबंध में कारोबारियों द्वारा निरंतर दिए गए सुझावों पर काफी ध्यानपूर्वक गौर किया। श्रीमती सीतारमण ने ‘जीएसटी को लागू करने’ और ‘समय की मांग को पूरा करने के लिए समय पर संशोधन कैसे किए गए हैं’ से संबंधित पांच विषयों पर प्रस्तुति देने के लिए कारोबार जगत के पांच प्रतिनिधियों का धन्यवाद किया। वित्त मंत्री ने सीबीआईसी के उन अधिकारियों की सराहना की जो वर्ष 2017 से ही जीएसटी को सुचारू रूप से लागू करने के लिए कड़ी मेहनत करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी संग्रह निरंतर अत्यंत उत्साहजनक है जो सभी अधिकारियों के प्रयासों का ही सुखद परिणाम है। श्रीमती सीतारमण ने महामारी के दौरान जान गंवाने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर वित्त मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि जून, 2022 में सकल जीएसटी संग्रह 1.44 लाख करोड़ रुपये रहा है जो कि पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में 56 प्रतिशत अधिक है।
वित्त राज्य मंत्री श्री पंकज चौधरी ने जीएसटी की मुख्य विशेषताओं, विभिन्न करों को हटाने और ‘एक राष्ट्र एक कर’ की अवधारणा को लागू करने पर प्रकाश डाला। राज्य मंत्री ने प्रतिनिधियों द्वारा पेश की गई पांच प्रस्तुतियों की सराहना की, जिसमें जीएसटी की मुख्य विशेषताओं और इन पांच वर्षों की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी थी।
राजस्व सचिव श्री तरुण बजाज ने जीएसटी पर प्रस्तुति देने वाले व्यापार के पांच प्रस्तुतकर्ताओं की सराहना की। उन्होंने अनुकरणीय सेवा के लिए जीएसटी दिवस पर प्रशस्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सीबीआईसी व्यापार जगत द्वारा दिए गए सुझावों के प्रति उत्तरदायी है और समाधान देने के लिए इस पर काम करेगा।
सीबीआईसी के अध्यक्ष श्री विवेक जौहरी ने कहा कि अपनी प्रस्तुतियों में व्यापार प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सभी सुझावों को विधिवत रूप से लिख लिया गया है। अध्यक्ष ने कहा कि जीएसटी परिषद आवश्यकता के अनुरूप बदलाव कर रही है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि जीएसटी लागू होने के बाद एनएसीआईएन केंद्र और राज्य सरकार, दोनों के अधिकारियों के लिए सबसे बड़े प्रशिक्षण कार्यक्रमों में से एक का आयोजन कर रहा है। दुनिया में किसी भी अन्य संघीय व्यवस्था की तुलना में भारतीय जीएसटी का प्रारूप सबसे सफल प्रारूपों में से एक सिद्ध हुआ है। सीबीआईसी आने वाले समय में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और बेहतर डेटा विश्लेषण के उपयोग को बढ़ाएगा।
सदस्य, जीएसटी श्री डीपी नागेंद्र कुमार ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि केंद्र और राज्य दोनों जीएसटी व्यवस्थाएं, बेहतर कर प्रशासन और करदाताओं की सुविधा के लिए बदलाव करने पर लगातार काम कर रही हैं।
इस अवसर पर व्यापार और उद्योग के विषयगत समूहों द्वारा प्रस्तुतियां भी दी गईं, जिन्होंने पिछले 5 वर्षों में जीएसटी के 5 प्रमुख स्तंभों पर अपने अनुभव साझा किए।
पहली प्रस्तुति मुंबई के व्यापार प्रतिनिधियों की टीम द्वारा दी गई थी। काइनेटिक ग्रीन एनर्जी एंड पावर सॉल्यूशंस लिमिटेड की सीईओ सुश्री सुलज्जा फिरोदिया मोटवानी ने अंतरराज्यीय व्यापार पर जीएसटी के प्रभाव पर बेहतरीन प्रस्तुति दी। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि जीएसटी अंतर-राज्यीय व्यापार की दिशा में एक क्रांति है और अंतर-राज्यीय व्यापार अब बहुत बेहतर व सुविधाजनक हो गया है।
दूसरी प्रस्तुति औद्योगिक विकास समिति, एफटीएसीसीआई-हैदराबाद के अध्यक्ष श्री श्रीनिवास गारिमेला द्वारा दी गई। यह प्रस्तुति सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) पर जीएसटी के प्रभाव से संबंधित थी। श्री गारिमेला ने कहा कि जीएसटी के कारण सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को ऑनलाइन व्यापारिक प्रक्रियाओं का सबसे अधिक लाभ मिला है।
तीसरी प्रस्तुति कामरूप चाय उद्योग की सीईओ तथा फियो की बोर्ड सदस्य सुश्री सोनम कसेरा द्वारा दी गई। यह प्रस्तुति निर्यात पर जीएसटी के प्रभाव से संबंधित थी। सुश्री कसेरा ने कहा कि मुनाफा बढ़ने से सबसे अधिक लाभ व्यापार जगत को हुआ है।
चौथी प्रस्तुति सीआईआई कर समिति के सदस्य तथा मारुति सुजुकी के कार्यकारी सलाहकार श्री डी. डी. गोयल द्वारा दी गई। यह प्रस्तुति प्रक्रियाओं के सरलीकरण के बारे में थी। श्री गोयल ने कहा कि पंजीकरण, निर्बाध आईटीसी, कर के भुगतान, रिटर्न दाखिल करने और रिफंड से संबंधित प्रक्रियाओं के सरलीकरण ने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को बढ़ावा दिया है।
पांचवीं प्रस्तुति फ्लिपकार्ट के कराधान प्रमुख श्री प्रमोद जैन द्वारा दी गई। यह प्रस्तुति जीएसटी के तहत डिजिटलीकरण और औपचारिकीकरण से संबंधित थी। श्री जैन ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि जीएसटीएन, जीएसटी से संबंधित सभी अनुपालनों के लिए एक समग्र मंच है और ई-चालान एक गेमचेंजर साबित हुआ है।
इस कार्यक्रम में जीएसटी पर एक फिल्म- एक कर, एक बाजार@5 – प्रदर्शित की गई जिसमें अप्रत्यक्ष कराधान व्यवस्था को कारगर बनाने और अनुपालन संबंधी बोझ को कम करने के लिए पिछले पांच वर्षों के दौरान किए गए प्रयासों को दर्शाया गया है।
माननीय वित्त मंत्री ने करदाता सेवा महानिदेशालय, केंद्रीय अप्रत्यक्ष एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) द्वारा संकलित “जीएसटी@5 – साधन देश के सर्वांगीण विकास का” नामक एक पुस्तिका का विमोचन किया, जिसमें पिछले 5 वर्षों में जीएसटी से संबंधित सुधारों के विभिन्न पहलुओं और डिजिटलीकरण, सरलीकरण, कर चोरी में कमी आदि जैसे लाभों के बारे में वर्णन किया गया है।
5वें जीएसटी दिवस के अवसर पर, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के केंद्रीय और प्रत्यक्ष एवं सीमा शुल्क बोर्ड ने भी राष्ट्र निर्माण में सभी अनुशासित करदाताओं के योगदान को महत्व दिया। अर्थव्यवस्था के सभी उद्योग क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले 50,000 (पचास हजार) अनुशासित करदाताओं की पहचान की गई है। एमएसएमई क्षेत्र अर्थव्यवस्था के विकास का इंजन है और सूक्ष्म उद्यमों में 6 प्रतिशत, लघु उद्यमों में 51 प्रतिशत और मध्यम उद्यमों में 16 प्रतिशत से अधिक भागीदारी से इन उद्यमों की 72 प्रतिशत से अधिक भागीदारी होने से रोजगार सृजन में इसकी सबसे बड़ी भूमिका है। पुरस्कार विजेताओं की श्रेणी में भी इनका उपयुक्त प्रतिनिधित्व रहा है।
कार्यक्रम में वित्त मंत्री ने ऐसे पांच करदाताओं को सम्मानित किया।
इन करदाताओं ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान जीएसटी रिटर्न की शीघ्र फाइलिंग और अपनी जीएसटी देनदारियों के भुगतान का अनुपालन किया है। जीएसटी राजस्व के संग्रह में उल्लेखनीय सुधार के साथ, अनुपालन व्यवहार में स्पष्ट सुधार हुआ है, जो अप्रत्यक्ष कर प्रशासन द्वारा करदाताओं को समय पर रिटर्न दाखिल करने के लिए प्रेरित करने, अनुपालन को सरल और आसान बनाने के लिए किए गए विभिन्न उपायों, डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा पहचाने गए गलत करदाताओं के खिलाफ सख्त प्रवर्तन कार्रवाई का परिणाम है।
चयनित करदाताओं का राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के अनुसार वितरण अनुलग्नक- अ के रूप में दिया गया है।
इस अवसर पर माननीय वित्त मंत्री द्वारा उन 32 अधिकारियों को प्रशस्ति प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए जिन्होंने अपनी निरंतर निष्ठा और कर्तव्य के लिए प्रतिबद्धता से जीएसटी के सफल कार्यान्वयन में योगदान दिया है। सूची अनुलग्नक-ब के रूप में संलग्न है।
सीजीएसटी दिल्ली जोन की प्रधान मुख्य आयुक्त सुश्री मल्लिका आर्य ने धन्यवाद ज्ञापन किया और जीएसटी@5 को एक सफल आयोजन बनाने में करदाताओं के साथ साझेदारी और सभी के प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया।
अनुलग्नक-अ
जीएसटी के तहत मान्यता प्रमाण पत्र से सम्मानित किए जाने वाले करदाताओं का राज्यवार विवरण
राज्य
करदाताओं की संख्या
महाराष्ट्र
10355
गुजरात
4923
कर्नाटक
4606
तमिलनाडु
4099
हरियाणा
3139
उत्तर प्रदेश
3034
दिल्ली
2820
पश्चिम बंगाल
2231
तेलंगाना
2230
राजस्थान
1762
मध्य प्रदेश
1383
आंध्र प्रदेश
1137
केरल
995
ओडिशा
979
पंजाब
969
उत्तराखंड
757
झारखंड
728
असम
655
छत्तीसगढ़
609
बिहार
561
हिमाचल प्रदेश
483
गोवा
314
जम्मू एवं कश्मीर
276
दादरा एवं नगर हवेली
223
चंडीगढ़
202
पुडुचेरी
141
मेघालय
88
सिक्किम
61
त्रिपुरा
56
अरुणाचल प्रदेश
54
मिजोरम
28
नगालैंड
28
अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह
26
मणिपुर
26
लद्दाख
19
लक्षद्वीप
3
कुल
50000
अनुलग्नक-ब
पुरस्कार विजेताओं की सूची
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एमजी/एएम/आरआरएस/जेके/आर/एसकेएस/एसके