Indian Railways : 4 दिन और रद्द रहेंगी कुछ ट्रेनें, दाहोद के पास मालगाड़ी हादसा

Indian Railways : 4 दिन और रद्द रहेंगी कुछ ट्रेनें, दाहोद के पास मालगाड़ी हादसा

Kota Rail News : दाहोद और गोधरा के बीच मालगाड़ी गिरने के कारण अगले 4 दिनों तक कुछ और ट्रेनें रद्द रहेंगी। साथ ही कुछ ट्रेनें परिवर्तित मार्ग से चलेंगीं।
मंगलवार को अपने प्रारंभिक स्टेशन से रवाना होने वाली बांद्रा-हरिद्वार देहरादून (19019), निजामुद्दीन मुंबई अगस्त क्रांति तेजस एक्सप्रेस (12954), दिल्ली-मुम्बई दुरन्तो (22210) तथा वडोदरा-कोटा (19819) ट्रेनें रद्द रहेंगी।
इसके अलावा पटना-अहमदाबाद अजीमाबाद (12948),
हरिद्वार-बांद्रा देहरादून (19020), अमृतसर-मुम्बई स्वर्ण मंदिर मेल (12904) तथा अमृतसर-बांद्रा पश्चिम एक्सप्रेस (12926) बुधवार को अपने प्रारंभिक स्टेशन से रद्द रहेंगी।
साथ ही बरौनी-बांद्रा अवध एक्सप्रेस (19038) भी गुरुवार को अपने प्रारंभिक स्टेशन से रद्द रहेगी। अर्थात यह गाड़ी अगले दिन कोटा नहीं आएगी।
1गलमहूड़ी-लिमखेड़ा
आज यह ट्रेनें नहीं पहुंचेंगी कोटा
मुंबई-निजामुद्दीन अगस्त क्रान्ति तेजस, एक्सप्रेस बांद्रा-अमृतसर डीलक्स (12925), बांद्रा-बरौनी अवध
(19037), अहमदाबाद-पटना अजीमाबाद
(12947), मुंबई-जयपुर सुपर (12955), बांद्रा-जयपुर
(22933), मुंबई-अमृतसर स्वर्ण मंदिर मेल (12903), मुंबई-दिल्ली दुरंतो (22209), अहमदाबाद-निजामुद्दीन गुजरात संपर्क क्रांति (12917), अहमदाबाद-आगरा समर स्पेशल (04168) तथा जयपुर-बांद्रा (12980) सोमवार को अपने प्रारंभिक स्टेशन से रद्द रही। इसके चलते यह ट्रेनें मंगलवार को भी कोटा नहीं आएंगी।
इसके अलावा कई ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा है।
आज साफ हो सकता है रास्ता
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन द्वारा रास्ता बहाली का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। एक साथ 22 डिब्बे बैटरी होने के कारण थोड़ा समय लग रहा है। विभागों की टीमें दिन-रात काम में जुटी हुई हैं। उम्मीद है मंगलवार तक रास्ता पूरी तरह साफ हो जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल हादसे के कारणों का पता नहीं चला है। मालगाड़ी के एक पॉइंट पर गिरने की बात सामने आ रही है। घटनास्थल पर पॉइंट भी टूटा हुआ मिला है। जांच पूरी होने के बाद ही घटना की वास्तविकता का पता चल सकेगा।
उल्लेखनीय है कि दाहोद-गोधरा के बीच रविवार रात 12:45 बजे एक मालगाड़ी के 22 डिब्बे बेपटरी हो गए। यह मालगाड़ी झालावाड़ स्थित थर्मल पावर प्लांट से कोयला खाली कर लौट रही थी।