Indian Railways : श्रीनगर से ड्यूटी खत्म कर कोटा लौट रहा स्टेशन मास्टर नदी में बहा, मौत

Indian Railways : श्रीनगर से ड्यूटी खत्म कर कोटा लौट रहा स्टेशन मास्टर नदी में बहा, मौत

Kota Rail News : चित्तौड़गढ़ रेलखंड स्थित श्रीनगर से ड्यूटी खत्म कर कोटा लौट रहे एक स्टेशन मास्टर की बुधवार रात नदी में बहने से मौत हो गई। बूंदी नमाना थाना पुलिस ने गुरुवार को पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस घटना के कारणों का पता लगाने की कोशिशों में जुटी हुई है।
पुलिस ने बताया कि कोटा बोरखेड़ा निवासी मनीष मेघवाल (42) की ड्यूटी पिछले कुछ दिनों से श्रीनगर स्टेशन पर लगी हुई थी। मनीष कोटा से कार द्वारा अप-डाउन कर रहा था। मनीष की बुधवार को भी सुबह 10 से रात 10 बजे तक ड्यूटी थी। मनीष रात 10 बजे ड्यूटी खत्म कर कार द्वारा अपने घर कोटा जा रहा था।
पुलिस ने बताया कि रास्ते में सिलोर के पास चितावा नदी आती है। बाऐ के दिनों में कई बार नदी की पुलिया पर कई-कई फुट तक पानी बहता है। तेज बारिश की वजह से रात को भी पुलिया पर कई फीट पानी था।
पुलिस ने बताया कि मनीष रात में संभवतः पुलिया पर पानी का अंदाजा नहीं लगा सका या पुलिया पर अचानक तेज पानी आ गया। पुलिया पार करते समय मनीष कार सहित पानी में बह गया।
दोपहर तक नहीं चला पता
मनीष के नदी में बहने का पता जी को गुरुवार दोपहर तक भी नहीं चला। सुबह तक घर नहीं पहुंचने पर पत्नी ने मनीष आप पता लगाने का प्रयास किया। श्रीनगर स्टेशन से पत्नी को बताया गया कि मनीष रात में ही कोटा रवाना हो गया था। मनीष को दूसरे दिन सुबह 10 बजे वापस ड्यूटी पर पहुंचना था। मनीष के घर और ड्यूटी पर भी नहीं पहुंचने पर श्रीनगर स्टाफ द्वारा नमाना थाना पुलिस को सूचना दी गई। इस दौरान पत्नी भी मनीष की तलाश में श्रीनगर पहुंच गई। पत्नी ने थाने जाकर मनीष की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
नदी में मिला शव
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने मनीष की तलाश शुरू की। गोताखोरों की मदद से पुलिस ने चितावा नदी में मनीष की तलाश शुरू कराई। काफी प्रयास के बाद दोपहर बाद गोताखोरों को पुलिया से काफी दूर मनीष का शव मिल गया। इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर मनीष का शव परिजनों को सौंप दिया। परिजन शव को मनीष के पैतृक गांव कोटा के पास सुल्तानपुर ले गए।
पुलिस ने बताया कि मनीष की कार का अभी तक पता नहीं चला है।
काफी मिलनसार था
साथी कर्मचारियों ने बताया कि मनीष हंसमुख स्वभाव का और काफी मिलनसार था। मनीष पहले कहीं बाहर नौकरी करता था। दो-तीन साल पहले ही मनीष कोटा आया था। मनीष के दो छोटे बच्चे हैं।