Indian Railways : सीआरबी ने दिए नए ब्रेक सिस्टम के कम उपयोग के निर्देश, सभी मॉडल एक जैसे बनाने को कहा

Indian Railways : सीआरबी ने दिए नए ब्रेक सिस्टम के कम उपयोग के निर्देश, सभी मॉडल एक जैसे बनाने को कहा

Kota Rail News : रेलवे बोर्ड अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी त्रिपाठी ने शनिवार को माल डिब्बा मरम्मत कारखाना (वर्कशॉप) का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान त्रिपाठी ने नए बोगी माउन्टेड ब्रेक सिस्टम (बीएमबीएस) कम उपयोग के निर्देश दिए। त्रिपाठी ने कहा कि जब तक इसकी खामियों को पूरी तरह दूर नहीं कर लिया जाता तब तक इन ब्रेकों का कम इस्तेमाल किया जाए। त्रिपाठी ने कहा कि इसकी जगह पुराने ब्रेक सिस्टम लगाए जाएं। पुराने ब्रेक सिस्टम को लगाने में खर्चा भी कम है। नए ब्रेक सिस्टम इसकी अपेक्षा महंगे हैं।
निरीक्षण के दौरान त्रिपाठी ने विभिन्न वैगनों में इस प्रणाली के अलग-अलग कम्पनियों द्वारा लगाए गए ब्रेक सिलेण्डरों की वर्किंग की भी जाँच की। साथ ही वैगनों में ब्रेक लगाने के लिए निर्धारित ब्रेकिंग फोर्स की लोड सेल को भी देखा। इसके बाद त्रिपाठी ने सभी कंपनियों को एक जैसे ब्रेक मॉडल बनाने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान त्रिपाठी ने वर्कशॉप में व्हील शॉप भी देखा। निरीक्षण के बाद त्रिपाठी ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को हेलमेट भी भेंट किए। साथ ही पौधारोपण भी किया।
अधिकारी को लगाई फटकार
निरीक्षण के दौरान मुख्यालय के एक अधिकारी ने त्रिपाठी को नए ब्रेक सिस्टम के बारे में समझाने की कौशिश की। लेकिन हड़बड़ाहट या जानकारी के अभाव में अधिकारी त्रिपाठी को ठीक से समझा नहीं पा रहे थे। त्रिपाठी ने अधिकारी को फटकार लगाते हुए कहा कि क्या समझा रहे हो। इसके बाद मामले की नजाकत समझते हुए महाप्रबंधक एसके गुप्ता ने बात संभालते हुए त्रिपाठी को मामले की जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि नए ब्रेक सिस्टम के कारण समय पर गाड़ी नहीं रुकने की मामलों की जांच के लिए त्रिपाठी वर्कशॉप पहुंचे थे।
डेढ़ घंटे में समेटा 3 घंटे का दौरा
निरीक्षण के दौरान त्रिपाठी जल्दबाजी में नजर आए। इसके चलते त्रिपाठी ने वर्कशॉप के 3 घंटे का दौरा मात्र डेढ़ घंटे में ही समेट दिया। सुबह 9 बजे वर्कशॉप पहुंचे त्रिपाठी 10:30 बजे से पहले ही रवाना हो गए।
समय की कमी बताते हुए त्रिपाठी ने विभिन्न कर्मचारी संगठनों से भी मिलने से मना कर दिया था। इस पर भड़के कर्मचारी नेताओं ने त्रिपाठी की कार को जबरन रोककर ज्ञापन देने की चेतावनी दी। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि प्रशासन के बुलावे पर ही वे यहां पहुंचे हैं। इसलिए बिना ज्ञापन दिए वह नहीं जाएंगे। के बाद त्रिपाठी ने रेलवे एंप्लाइज यूनियन वर्कशॉप शाखा और मजदूर संघ के नेताओं से ज्ञापन लिए। लेकिन इसके बाद भी त्रिपाठी ऑल इंडिया एसटी-एससी रेलवे एम्पलाई एसोसिएशन और ओबीसी एसोसिएशन पदाधिकारियों से नहीं मिले।