Indian Railways : पटरी से गिरी टावर वैगन, बिना हूटर बजाए रवाना की दुर्घटना राहत ट्रेन

Indian Railways : अरनेठा में पटरी से गिरी टावर वैगन, बिना हूटर बजाए रवाना की दुर्घटना राहत ट्रेन

Kota Rail News : कोटा-सवाई माधोपुर के बीच स्थित अरनेठा स्टेशन के पास शनिवार को ट्रेन संचालन के लिए लगे विद्युत तारों (ओएचई) की मरम्मत के काम आने वाली एक टावर वैगन पटरी से उतर गई। यह घटना ऐसे समय में सामने आई जब रेलवे बोर्ड अध्यक्ष विनय कुमार त्रिपाठी कोटा में समीक्षा बैठक ले रहे थे। इसके चलते मामले को छुपाने के लिए प्रशासन ने बिना हूटर बजाए दुर्घटना राहत ट्रेन को मौके पर रवाना कर दिया। सुबह 11 बजे गिरी टावर वैगन को करीब 3:30 घंटे बाद वापस पटरी पर चढ़ाया जा सका। इस दौरान अपलाइन पर रेल यातायात प्रभावित रहा। अमृतसर-मुंबई गोल्डन टेंपल मेल तथा मडगांव संपर्क क्रांति आदि ट्रेनें और कापरेन और लबान आदि स्टेशनों पर खड़ी रही। प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
सूत्रों ने बताया कि लूप लाइन में खड़ी टावर वैगम को धक्के पर ले जाया जा रहा था। इसी दौरान एक पॉइंट पर टावर वैगम पटरी से उतर गई। सूत्रों ने बताया कि फिलहाल टावर वैगन के गिरने के सही कारणों का पता नहीं चला है। जांच के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी।
मौके पर टावर वैगन के आगे के पहिए सही सलामत मिले। जबकि बीच के पहिए पॉइंट से उतरे हुए थे। इससे ऐसा लग रहा है की टावर वैगन निकलने से पहले ही पॉइंट को चला दिया गया हो। ड्राइवर के पास भी टावर वैगन चलाने के लिखित आदेश नहीं होने की जानकारी भी सामने आ रही है।
कुशतला में निकला मालगाड़ी से धुआं
इसी तरह कुस्तला स्टेशन के पास शनिवार को एक मालगाड़ी के डिब्बे धुआं निकलने का मामला सामने आया है। जाऊ के दौरान इस डिब्बे का एक पहिया जाम मिला। इसके बाद इस डिब्बे को काटकर बाकी ट्रेन को कोटा की ओर रवाना किया गया। बाद में मौके पर पहुंची दुर्घटना राहत ट्रेन द्वारा इस डिब्बे के पहिए को बदला गया।
अटरु में टुटी स्प्रिंग
इसी तरह अटरू में भी शनिवार को एक मालगाड़ी के डिब्बे की स्प्रिंग टूटने का मामला सामने आया है। मौके पर पहुंची मोबाइल वैन द्वारा डिब्बे की टूटी स्प्रिंग को बदला गया।
गुडला में गिरी मशीन, मामला छुपाया
सूत्रों ने बताया कि इसी तरह 15-20 दिन पहले गुडला यार्ड में भी पटरियों के रखरखाव के काम आने वाली एक यूटीवी मशीन गिर गई थी। कर्मचारियों ने किसी को इसकी खबर नहीं लगने दी। बाद में कर्मचारियों ने खुद ही जेकों की मदद से इस मशीन को वापस पटरी पर चढ़ा दिया। सूचना नहीं मिलने के कारण मामले की जांच तक नहीं हो सकी।