Indian Railways : मालगाड़ियों में भरा जा रहा अधिक माल, विजिलेंस ने पकड़ा मामला, माल बाबू निलंबित

Indian Railways : मालगाड़ियों में भरा जा रहा अधिक माल, विजिलेंस ने इटारसी में पकड़ा मामला, माल बाबू निलंबित

Rail News Kota :  कोटा रेल मंडल वाणिज्य विभाग में भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा। ताजा मामला मालगाड़ियों में अधिक सामान भरने (ओवरलोडिंग) का सामने आया है। पश्चिम-मध्य रेलवे विजिलेंस ने इटारसी में यह मामला पकड़ा है। विजिलेंस द्वारा व्यापारी पर करीब 25 लाख रुपए जुर्माना लगाने की तैयारी की जा रही है। इधर, कोटा मंडल रेल प्रशासन ने मामले में एक मालबाबू को निलंबित कर दिया है।
सूत्रों ने बताया कि 13 अक्टूबर को कोटा माल गोदाम से 42 डिब्बों की एक मालगाड़ी लोड की गई थी। मालगाड़ी में चूना पत्थर आदि सामान का लदान किया गया था।
इन 42 में से में 18 डिब्बों में अधिक माल भर दिया गया। बाद तुलाई कर इस मालगाड़ी को उड़ीसा के लिए रवाना कर दिया गया।
दुबारा तुलाई में पकड़ी गड़बड़ी
कोटा से ट्रेन रवाना होने के बाद विजिलेंस को मालगाड़ी में ओवरलोड की भनक लग गई। इस पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस ने 14 अक्टूबर को इटारसी और नर्मदापुरम के बीच स्थित पावर खेड़ा स्टेशन पर इस ट्रेन को रुकवा लिया। इसके बाद विजिलेंस ने इस मालगाड़ी की दुबारा तुलाई करवाई। दोबारा तुलाई में इस ट्रेन के 18 कोचों में निर्धारित से अधिक माल मिला। इसके बाद विजिलेंस व्यापारी के खिलाफ जुर्माना लगाने की तैयारी शुरू कर दी। माना जा रहा है कि रेलवे द्वारा व्यापारी पर करीब 25 लाख रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
दुर्घटना की आशंका
उल्लेखनीय है कि ओवरलोड के कारण ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका बनी रहती है। साथ ही रेल पटरी और डिब्बों को भी नुकसान होता है। रेलवे राजस्व की भी हानि होती है।
लंबे समय से चल रही थी गड़बड़ी
सूत्रों ने बताया कि यह गड़बड़ी लंबे समय से चल रही थी। ऐसा भी नहीं है कि अधिकारियों को इस बात की जानकारी नहीं थी। लेकिन अधिकारियों द्वारा इस पर रोक लगाने के ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे थे। एक बार रात में निरीक्षण के दौरान एक अधिकारी ने रेलवे यार्ड में ओवरलोड मालगाड़ी पकड़ी भी थी। लेकिन इसके बाद भी मामले में कोई कार्रवाई की बात सामने नहीं आई। संभवत यही कारण है कि कोटा रेल मंडल में भ्रष्टाचार दिन प्रतिदिन फलफूल रहा है
पकड़े जा चुके हैं सीनियर डीसीएम
गौरतलब है कि त्कालीन वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अजय पाल भ्रष्टाचार के एक मामले में एसीबी द्वारा रंगे हाथों पकड़े जा चुके हैं। इसके अलावा (एलम) पाउडर परिवहन का 100 करोड़ रुपए से अधिक घोटाला भी सामने आ चुका है। सीबीआई द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है। मामला उछलने पर गोवाहटी में कार्रवाई कर रेलवे ने व्यापारी पर 16 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था। इससे पहले कोटा माल गोदाम से रेलवे को बिना बताए माल भी भेजने का मामला सामने आ चुका है। खबर के बाद गोवाहटी में मामला पकड़े जाने के बाद रेलवे ने पार्टी पर करीब 8 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। इसके बाद सवाई माधोपुर में भी डैमरेज वसूली में गड़बड़ी का मामला सामने आ चुका है। खुद खाद निगम अधिकारी ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की थी।
मामला छुपाने की कोशिश
अधिकारियों द्वारा इस मामले को छुपाने की कोशिश की जा रही है। मामले की जानकारी के लिए सीनियर डीसीएम रोहित मालवीय को फोन किया गया था। लेकिन मालवीय ने फोन उठाना जरूरी नहीं समझा।