Indian Railways: रेलवे ने दिया उड़िया-हरिजन बस्ती को 16 तक खाली करने का अल्टीमेटम, मचा हड़कंप
Indian Railways: रेलवे ने दिया उड़िया-हरिजन बस्ती को 16 तक खाली करने का अल्टीमेटम, मचा हड़कंप

Indian Railways: रेलवे ने दिया उड़िया-हरिजन बस्ती को 16 तक खाली करने का अल्टीमेटम, मचा हड़कंप

Indian Railways: रेलवे ने दिया उड़िया-हरिजन बस्ती को 16 तक खाली करने का अल्टीमेटम, मचा हड़कंप
Rail News. रेलवे ने कोटा के पुरानी कॉलोनी तुल्लापुर के पास बसी हरिजन और उड़िया बस्ती को 16 जनवरी तक खाली करने का अल्टीमेटम दिया है। इसके चलते यहां रहने वाले लोगों में हड़कंप मचा हुआ है।
मामले को लेकर यहां के लोगों ने जिला कलेक्टर से मुलाकात की है। इस दौरान लोगों ने जिला कलेक्टर से उनका पुनर्वास करने और पुनर्वास होने तक बस्ती खाली कराने के आदेश पर रोक लगवाने की मांग की है।
40 साल से कब्जा
उल्लेखनीय है कि हरिजन और उड़िया बस्ती के लोग करीब 40 साल से रेलवे भूमि पर कब्जा कर रह रहे हैं। रेलवे ने कई बार इन्हें हटाने का प्रयास किया, लेकिन हटने की जगह यह लोग और बढ़ गए। बाद में यह मामला कोर्ट पहुंच गया। कई साल केस चलने के बाद कोर्ट ने रेलवे के पक्ष में फैसला सुनाया। इसके बाद रेलवे ने इन लोगों को यहां से हटाने के प्रयास और तेज कर दिए।
यूआईटी ने किया पुनर्वास
कोर्ट के फैसले के बाद यहां के लोग राजनीति शरण में चले गए। नेताओं के कहने पर यूआईटी में इन लोगों को भदाना में प्लॉट दे दिए। लेकिन कई लोगों का आरोप है कि प्लॉट बांटने में भारी गड़बड़ी हुई है। इस पुनर्वास में लिस्ट में बड़ी संख्या में लोगों के नाम छूट गए। इसके अलावा कई लोगों का दो-दो बार आवंटन कर दिया गया। इसमें भी सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि इस पुनर्वास लिस्ट में रेल कर्मचारी तक के नाम हैं। जो रेलवे से वेतन, पेंशन और मकान किराया तक ले रहे हैं। रेलवे भूमि पर कब्जा कर रेलवे से ही मकान किराया भी ले रहे हैं।
फिर टल सकता है मामला
लोगों ने उम्मीद जताई कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह मामला एक बार फिर से टाल सकता है। इस बस्ती में करीब दो-तीन सौ घर हैं। यहां पर पक्की सड़कें बनी हुई हैं और लोगों ने बिजली-पानी तक के कनेक्शन ले रखे हैं। वोटर-आधार कार्ड यही के पते पर बने हुए हैं।