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Indian Railways: रेलकर्मियों से चंदा वसूली की पुलिस करेगी जांच, कर्मचारी नेताओं को किया तलब

Indian Railways: रेलकर्मियों से चंदा वसूली की पुलिस करेगी जांच, कर्मचारी नेताओं को किया तलब
Rail News. रेल कर्मचारी संगठनों द्वारा द्वारा कर्मचारियों से चंदा वसूली की जांच अब पुलिस करेगी। इसके चलते पुलिस ने रेलवे एम्पलाई यूनियन और मजदूर संघ वर्कशॉप शाखा अध्यक्षों को तलब किया है।
स्वतंत्र रेलवे बहुजन कर्मचारी यूनियन के सचिव रामेश्वर प्रसाद ने बताया कि मामले की शिकायत शहर पुलिस अधीक्षक से की गई थी। इस शिकायत में बताया गया था कि यूनियन और संघ द्वारा नियम विरुद्ध और गैर कानूनी तरीके से तरीके से कर्मचारियों से चंदा वसूली की जाती है। रेलवे और कर्मचारी संगठनों में इस तरह की चंदा वसूली का कोई नियम नहीं है। इसके चलते यह एक अपराधिकृत है। इसके बाद शहर पुलिस अधीक्षक ने रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
22 लाख की अवैध वसूली
उल्लेखनीय है कि रेलवे एम्पलाई यूनियन और मजदूर संघ द्वारा वर्कशॉप में कार्यरत 2200 कर्मचारियों से चंदे के रूप में हर साल बोनस में से 500-500 रुपए की कटौती की जाती है। इस तरह दोनों संगठन कर्मचारियों से हर साल करीब 11-11 लाख रुपए वसूल करते हैं। जबकि कर्मचारी संगठनों और रेलवे के नियम में इस तरह चंदा वसूली का कोई नियम नहीं है। इसके बावजूद रेलवे बैंक में भेजने से पहले कर्मचारियों के बोनस में से 500-500 रुपए चंदा काटकर कर्मचारी संगठनों के खाते में भेजती है। कई बार कर्मचारियों से इसकी सहमति तक लेना जरूरी नहीं समझा जाता। इसके अलावा कई बार सहमति पत्र पर कर्मचारियों से जबरन हस्ताक्षर करवा लिए जाते हैं। कई बार कर्मचारी के फर्जी हस्ताक्षर भी कर दिए जाते हैं। कोटा मंडल सहित पूरी भारतीय रेलवे में लगभग यही हाल है। चंदे के रूप में देशभर के रेल कर्मचारियों से अवैध रूप से हर साल करोड़ों रुपए वसूले जाते हैं।
रामेश्वर ने बताया कि मामले को लेकर रेलवे बोर्ड अध्यक्ष, पश्चिम-मध्य रेलवे महाप्रबंधक, वर्कशॉप मुख्य प्रबंधक तथा यूनियन और संघ को पत्र लिखा गया था। लेकिन किसी ने भी जवाब देना जरूरी नहीं समझा।