Indian Railways: नीमच-सिंगोली-कोटा के बीच नई लाइन, मिले 5 करोड़
Indian Railways: नीमच-सिंगोली-कोटा के बीच नई लाइन, मिले 5 करोड़

Indian Railways: नीमच-सिंगोली-कोटा के बीच नई लाइन, मिले 5 करोड़

Indian Railways: नीमच-सिंगोली-कोटा के बीच नई लाइन, मिले 5 करोड़

नीमच-सिंगोली-बैगू-रावतभाटा-कोटा के बीच जल्द ही नई रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस रेल खंड के फाइनल सर्वे के लिए रेल मंत्रालय ने 5 करोड़ तीन लाख 25 हजार रुपए की राशि मंजूर की है। मंत्रालय द्वारा बुधवार को इसके आदेश जारी किए गए है। राशि मिलते ही इस रेल खंड का फाइनल सर्वे और इसके बाद लाइन बिछाने का काम शुरु हो जाएगा।
इस नए रास्ते से कोटा से नीमच की दूरी करीब 30 किलोमीटर कम हो जाएगी। अभी चित्तौड़गढ़ होते हुए कोटा से नीमच की दूरी करीब 230 किलोमीटर है। नई लाइन से ट्रेन सीधे सिंगोली होते हुए कोटा तक आएगी।
कोटा से सिंगोली तक दूरी करीब 140 किलोमीटर है।
कोटा से जुड़ेगा रावतभाटा
यह लाइन चालू होते ही रावतभाटा भी कोटा से सीधा जुड़ जाएगा। रावतभाटा से यह लाइन करीब 7 किलोमीटर दूर भैंसरोडगढ़ से गुजरेगी। यह लाइन बिछते ही मध्यप्रदेश व राजस्थान के 4 जिलों की 6 तहसीलों के 325 से अधिक गांव के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। कोटा-सिंगोली तक जावद रोड, रतनगढ़, सिंगोली, भैंसरोडगढ़ तथा जवाहर सागर स्टेशन भी होंगे।
दस साल से था इंतजार
रेलवे ने पहली बार 2014 के बजट में इस नए रेल खंड के सर्वे को मंजूरी दी थी। यह सर्वे करीब चार साल चला था। इसके बाद 2017-19 में भी सात करोड़ रुपए की अधिक लागत से इसका फिर से सर्वे हुआ था। लेकिन इसके बाद से इस लाइन का काम आगे नहीं बढ़ा था। 2014 में पहली बार दी थी राशि
समाजसेवी मेहबूब मेव ने 7 दिसंबर 2010 को नीमच सिंगोली-कोटा रेल लाइन बिछाने का प्रस्ताव तत्कालीन सांसद मीनाक्षी नटराजन को दिया।14 दिसंबर 2011 को नटराजन ने यह प्रस्ताव रेल मंत्रालय भेजा था। इसके बाद 24 फरवरी 2012 को रेल राज्य मंत्री केएच मुनियमा ने रेलवे को मामाल देखने के आदेश दिए थे। इसके बाद 4 मार्च 2013 को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनय मित्तल को इसके समर्थन में पत्र भी लिखा था।