Indian Railways: गुडला में राजधानी का इंजन फेल, ढाई घंटे देरी से पहुंची कोटा
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Indian Railways: अस्थि विसर्जन करने जा रहे यात्रियों और टीटीई का झगड़ा, मामला दर्ज

Indian Railways: अस्थि विसर्जन करने जा रहे यात्रियों और टीटीई का झगड़ा, मामला दर्ज

Rail News: कोटा। अस्थि विसर्जन करने जा रहे यात्रियों और टीटीइयो़ का आपस में झगड़े का मामला सामने आया है। यात्रियों ने कोटा के टीटीई के खिलाफ मथुरा जीआरपी में मारपीट का मामला दर्ज करवाया है। वहीं टीटीई ने कोटा जीआरपी में यात्रियों के खिलाफ मामले की शिकायत की है। जीआरपी मामले की जांच कर रही है। मामले को लेकर टीटीई मंगलवार को वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय से भी मिले थे।
जीआरपी ने बताया कि यह मामला 18 फरवरी का है। भरतपुर से कुछ लोग कोटा-देहरादून नंदा देवी ट्रेन में सवार हुए थे। करीब आधा दर्जन यात्रियों के इस ग्रुप में महिलाएं भी शामिल थीं। इन लोगों को मथुरा तक जाना था। यहां से इन्हें दूसरी ट्रेन पकडऩी थी। एन वक्त पर टिकट नहीं मिलने पर यह लोग बिना टिकट ही ट्रेन में सवार हो गए। इस बात को लेकर यात्रियों और टीटीई में झगड़ा हो गया। इसके बाद यात्रियों ने मथुरा में जीआरपी थाने में टीटीइयों के खिलाफ मारपीट, अभ्रदता करने आदि का मामला दर्ज करवा दिया। इसके बाद जीआरपी ने एक यात्री का मेडिकल भी करवाया है। पुलिस ने बताया कि अस्थि विसर्जन करने वालो के परिजन भी आरपीएफ में रह चुके हैं।
इधर, टीटीइयों का कहना है कि मथुरा जीआरपी ने उनकी रिपोर्ट नहीं ली। इसके चलते उन्होंने कोटा में यात्रियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
कार्यवाही नहीं होने का नतीजा
वहीं मामले में कई यात्रियों का कहना है कि यह टीटीइयों के खिलाफ कार्यवाही की जानकारी सामने नहीं आने का नतीजा है। टीटीइयों के खिलाफ मारपीट की कई शिकायतें आती हैं। कई बार वीडियों भी वायरल होता है। लेकिन प्रशासन की तरफ से टीटीई के खिलाफ कार्यवाही की बात कभी सामने नहीं आती।
इसी तरह एक यात्री मयुर शर्मा ने बताया कि एक टीटीई ने अकेली सफर करती बीमार बुजुर्ग महिला से भी अभ्रदता की थी। लगातार एक महिने तक शिकायत के बाद भी कोटा मंडल रेल प्रशासन ने मामले में कोई कार्यवाही करना जरुरी नहीं समझा।
महिला का आरक्षण मथुरा से बड़ोदा तक निजामुद्दीन-त्रिरुवनंतपुरम में थर्ड एसी कोच में था। महिला का कसूर यह था कि वह भरतपुर से सवार हुई थी। इसी बात पर भडके टीटीई ने आरक्षण होते हुए भी महिला को सीट नहीं दी तथा रास्ते में उताने की धमकी भी दी। महिला दिल्ली में अपनी आंखों का इलाज कराने लौटी थी।