Indian Railways: गुडला में राजधानी का इंजन फेल, ढाई घंटे देरी से पहुंची कोटा
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Indian Railways: पड़ोसी करवा देंगे बच्चे का इलाज, घर आने की परमिशन मांगने पर अधिकारी का ट्रेन चालक को जवाब

Indian Railways: पड़ोसी करवा देंगे बच्चे का इलाज, घर आने की परमिशन मांगने पर अधिकारी का ट्रेन चालक को जवाब

Rail News: कोटा। बच्चों की तबीयत खराब होने पर आने की परमिशन मांगने पर ट्रेन चालक को अधिकारी ने पड़ोसी द्वारा इलाज करवा देने का जवाब देने का मामला सामने आया है। इससे नाराज चालक ने अधिकारी के इस जवाब को कर्मचारी संगठनों को अवगत कराया है। इसके चलते अधिकारी का यह रवैया चर्चा का विषय बना हुआ है।
कर्मचारी संगठन पदाधिकारी ने बताया कि सहायक लोको पायलट नरेंद्र चौधरी ट्रेन लेकर रविवार रात गंगापुर पहुंचा था। यहां फोन कर पत्नी ने नरेंद्र को बताया कि बच्चे की तबीयत खराब हो गई है वह ऑटो में बच्चों को लेकर रेलवे अस्पताल आई है।
इसके बाद नरेंद्र ने ऑन ड्यूटी टीएलसी कमलेश गुप्ता कोटा आने की परमिशन मांगी। इस पर कमलेश ने कहा कि सुबह बात करके पहली ट्रेन से टीएपी पर कोटा आ जाना। इसके बाद कमलेश ने सुबह ऑन ड्यूटी टीएलसी जयंत शर्मा से बात की। इस पर जयंत ने नरेंद्र को टीएपी पर कोटा आने से मना कर दिया। साथ ही इस मामले में जयंत ने नरेंद्र को चीफ टीएलसी दुबे या मिश्रा से बात करने की सलाह भी दी। इसके बाद दुबे और मिश्रा ने भी नरेंद्र को कोटा आने से मना कर दिया। साथ ही इन लोगों ने भी नरेंद्र को इस मामले में सहायक विद्युत अभियंता (एईई) से बात करने की सलाह दे दी।
इसके बाद नरेंद्र ने एईई से कोटा आने की गुहार लगाई।
इस पर एईई ने नरेंद्र को जवाब दिया कि पड़ोसी इलाज करवा देंगे। मैं पड़ोसियों को इलाज करवाने भिजवा देता हूँ। इसके बाद एईई ने गंगापुर की पोजिशन लेकर बताने को भी कहा। इस मैराथन कोशिश के बाद भी नरेंद्र समय पर कोटा नहीं पहुंच सके।