Indian Railways: डीआरएम को जून तक भी काम पूरा होने की उम्मीद नहीं, देरी पर अधिकारियों को फिर लगाई फटकार

Indian Railways: डीआरएम को जून तक भी काम पूरा होने की उम्मीद नहीं, देरी पर अधिकारियों को फिर लगाई फटकार

Rail News: कोटा। डीआएम मनीष तिवारी ने गुरुवार को कोटा-विक्रमगढ़ आलोट स्टेशन रेल खंड का निरीक्षण किया। इस दौरान तिवारी ने विशेष रुप से अमृत भारत योजना के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास काम को विशेष रुप से देखा। इस दौरान कई स्टेशनों पर काम की रफ्तार धीमी नजर आने पर तिवारी ने अधिकारियों को जोरदार डांट फटकार लगाईl साथ ही काम की रफ्तार बढ़ाने के लिए भी चेताया। शामगढ़ में काम की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जताते हुए तिवारी ने कहा ऐसा लगता है इसके जून तक भी पूरा होने की उम्मीद नहीं है।
40 प्रतिशत हुआ काम
शामगढ़ में गत वर्ष 6 अगस्त को काम शुरू हुआ था। इसे 31 दिसंबर तक पूरा करना था। लेकिन पिछले सात महिने में यहां करीब 40 प्रतिशत काम ही हुआ है। हालांकि तिवारी का दावा है कि यहां पर 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। यहां पर फर्श, ब्रिज और भवन का काम अधुरा है। सीसी रोड और स्टेशन परिसर का काम भी पूरा नहीं हुआ है। तिवारी को यहां काम के लिए पूरी निर्माण सामग्री तक नजर नहीं आई। सूचना के बाद भी ठेकेदार मौके पर नहीं मिला। गरोठ और आलोट में तिवारी ने काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।
घटिया हो रहा काम
इसी तरह तिवारी ने चौमहला में भी काम की देरी पर नाराजगी जताई। यहां पर बीजेपी ने तिवारी को अपनी मांगों से अवगत कराते हुए कहा कि आलोट स्टेशन पर घटिया काम हो रहा है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले छबड़ा स्टेशन पर भी बीजेपी ने डीआरएम से घटिया काम की शिकायत की थी। हालांकि इस शिकायत का कोई असर नहीं हुआ। यहां पर बीजेपी को अभी भी घटिया काम की शिकायत है।
पहले भी जता चुके हैं नाराजगी
यह पहला अवसर नहीं है जब तिवारी ने स्टेशनों के विकास कार्यों पर अपनी नाराजगी जताई हो। इससे पहले भी तिवारी अपने हर दौरे में काम की देरी पर नाराजगी जता चुके हैं। लेकिन इसका कोई विशेष असर देखने को नहीं मिला। उल्लेखनीय है कि अमृत भारत योजना के तहत 356.85 करोड़ रुपए की लागत से कोटा मंडल में 17 स्टेशनों पर पुनर्विकास कार्य किया जा रहा है। रेलवे बोर्ड द्वारा हर 15 दिनों में इन स्टेशनों की प्रगति रिर्पोट मांगी जा रही है। इसके चलते तिवारी इन स्टेशनों का लगातार निरीक्षण कर रहे हैं।
पौने दो घंटे पहले पहुंचे कोटा
स्टेशनों पर चल रहे कामों में देखने लायक कुछ विशेष नहीं होने पर तिवारी अपने निर्धारित समय से करीब पौने दो घंटे पहले ही कोटा पहुंच गए। जल्दबाजी में किए गए इस निरीक्षण के दौरान कई स्टेशनों पर लोग तिवारी को ज्ञापन देने से वंचित रह गए। लोग निर्धारित समय पर स्टेशन पहुंचे, लेकिन तिवारी समय से पहले ही रवाना हो गए। इसके चलते कई स्टेशनों के लोग तिवारी को ज्ञापन देने से वंचित रह गए। स्पेशल ट्रेन से सुबह 9.45 बजे रवाना हुए तिवारी निर्धारित से करीब पौने दो घंटे पहले शाम 4.05 पर ही कोटा पहुंच गए। जब की तय समय शाम 5.50 बजे का था।