Indian Railways: गंगापुर-दौसा लाइन पर दौड़ी ट्रेन, जसकौर और जौनपुरिया ने दिखाई झंडी, 28 साल बाद पूरा हुआ सपना
Indian Railways: गंगापुर-दौसा लाइन पर दौड़ी ट्रेन, जसकौर और जौनपुरिया ने दिखाई झंडी, 28 साल बाद पूरा हुआ सपना

Indian Railways: गंगापुर-दौसा लाइन पर दौड़ी ट्रेन, जसकौर और जौनपुरिया ने दिखाई झंडी, 28 साल बाद पूरा हुआ सपना

Indian Railways: गंगापुर-दौसा लाइन पर दौड़ी ट्रेन, जसकौर और जौनपुरिया ने दिखाई झंडी, 28 साल बाद पूरा हुआ सपना

Rail News:  गंगापुर -दौसा नई रेलवे लाइन आखिरकार शुरू हो गई। शनिवार को इस रेल खंड पर पहली ट्रेन भी दौड़ गई। इसी के साथ 28 साल बाद ही सही लोगों का ट्रेन चलने का सपना पूरा हो गया। दौसा में सांसद जसकौर मीणा ने तो गंगापुर में सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इससे पहले जौनपुरिय ने पिपलाई स्टेशन पर ट्रेन का जोरदार स्वागत किया। ट्रेन की पूजा अर्चना कर पगड़ी बांधकर और फूल माला पहना कर गार्ड-ड्राइवरों का सम्मान भी किया। हरी झंडी दिखाने के बाद जसकौर और जौनपुरिया ने ट्रेन में गंगापुर तक सफर भी किया।

Indian Railways: गंगापुर-दौसा लाइन पर दौड़ी ट्रेन, जसकौर और जौनपुरिया ने दिखाई झंडी, 28 साल बाद पूरा हुआ सपना

पहले दिन करीब आधा घंटा देरी से पहुंची इस का गंगापुर में भी भाजपा नेताओं और जनता ने ट्रेन का जोरदार स्वागत कर गार्ड-ड्राइवरो़ का सम्मान किया।
गंगापुर-दौसा के बीच करीब 95 किलोमीटर के सफर में 13 स्टेशनों और रास्ते में भी लोगों ने हाथ हिलाकर ट्रेन और यात्रियों का जोरदार स्वागत किया। इस दौरान लोग जय श्री राम और मोदी मोदी के नारे भी लगाते नजर आए।
सप्ताह में 6 दिन चलेगी
उल्लेखनीय है कि आठ डिब्बो़ की यह मेमू ट्रेन पहले अजमेर से जयपुर तक चलती थी। अब इसका विस्तार गंगापुर तक कर दिया गया है। यह ट्रेन रविवार को छोड़कर सप्ताह में 6 दिन चलेगी।
अजमेर से सुबह 7 बजे रवाना होकर यह ट्रेन 9:45 बजे जयपुर, 11:05 बजे दौसा तथा दोपहर 2 बजे गंगापुर पहुंचेगी। वापसी में गंगापुर से यह ट्रेन दोपहर बाद 3 बजे रवाना होकर शाम 5:35 बजे दौसा, 7 बजे जयपुर तथा रात 11:15 बजे अजमेर पहुंचेगी।
सबसे लंबी सुरंग
इस रेल खंड पर डीडवाना से इ़ंदावा तक जर्मन पद्धति से बनी राजस्थान की सबसे लंबी 2150 मीटर की सुरंग भी है। इस लाइन का काम 1996 में स्वीकृत किया गया था। स्वीकृति के समय इसकी लागत 780.98 करोड़ रुपए थी, जो काम पूरा होने तक बढ़कर करीब 1020 करोड़ रुपए पहुंच गई।