ट्रेन चलने के 3 दिन बाद भी यात्रियों को नहीं मिल रहे टिकट, रेलवे वसूल रही जुर्माना

ट्रेन चलने के 3 दिन बाद भी यात्रियों को नहीं मिल रहे टिकट, रेलवे वसूल रही जुर्माना
कोटा। पैसेंजर ट्रेन चलने के 3 दिन बाद भी कई छोटे स्टेशनों यात्रियों को टिकट नहीं मिल रहे हैं। टिकट नहीं मिलने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। टिकट के अभाव में एक और जहां कई यात्रियों को बिना सफर लौटना पड़ रहा है तो वहीं दूसरी और कई यात्रियों को बिना टिकट सफर के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ऐसे में रेलवे भी यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाने में पीछे नहीं हट रही। टिकट नहीं बांटकर रेलवे यात्रियों से जमकर जुर्माना वसूल रही है। ऐसे में लंबे समय बाद चली पैसेंजर ट्रेन का यात्रियों को कोई फायदा नहीं मिल रहा है।
यात्रियों ने बताया कि रेलवे द्वारा 2 जुलाई से कोटा-बड़ौदा और झालावाड़ पैसेंजर ट्रेन का संचालन शुरू किया था। लेकिन दरा, कंवलपुरा, रांवठा रोड और दाढ़ देवी आदि कोटा मंडल के कई छोटे स्टेशनों पर यात्रियों को टिकट नहीं मिल रहे हैं। करीब सवा साल बाद चली पैसेंजर ट्रेन में सफर के लिए यात्री खुश होकर स्टेशन पहुंच रहे हैं। लेकिन टिकट नहीं मिलते से यात्रियों की खुशी मायूसी में बदल रही है। टिकट नहीं मिलने से करीब आधे यात्री ट्रेनों में सफर के बिना ही वापस लौट रहे हैं। ऐसे में अनावश्यक रूप से समय और धन व्यर्थ होने से यात्री रेलवे को कोस रहे हैं।
यात्रियों ने बताया कि लौटने वालों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। ऐसे में लौटे यात्रियों ट्रेन चलते हुए भी फिर से बसों में सफर के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
टीटीई वसूल रहे जुर्माना
कई यात्रियों ने बताया कि टिकट नहीं देने की रेलवे की इस गलती का खामियाजा सैकड़ों मुसाफिरों को भुगतना पड़ रहा है। मजबूरी में बिना टिकट सफर कर रहे यात्रियों से टीटीई थोड़ी सी दूरी के भी 350 रुपए तक का जुर्माना वसूल रहे हैं।
खराब पड़ी हैं मशीनें
यात्रियों ने बताया कि स्टेशन पर मशीनें खराब बताकर कर्मचारियों द्वारा मुसाफिरों को टिकट नहीं दिए जा रहे हैं। कर्मचारियों ने बताया कि रेलवे ने समय रहते टिकट मशीनों को ठीक कराने का कोई प्रयास नहीं किया। जबकि प्रशासन द्वारा पैसेंजर ट्रेन चलने की तैयारी कई दिनों से की जा रही थी। सभी विभाग पैसेंजर ट्रेन चलाने की तैयारी में जुटे हुए थे। इसके समाचार भी लगातार आ रहे थे। कई दिनों से ट्रेन के रैक का रखरखाव किया जा रहा था। लेकिन वाणिज्य विभाग सोया रहा। ट्रेन चलने के बाद भी वाणिज्य विभाग में जागना जरूरी नहीं समझा। ट्रेन चलने के बाद भी वाणिज्य विभाग में मशीनों को ठीक नहीं कराया। इसका खामियाजा यात्रियों को जुर्माना भरकर चुकाना पड़ रहा है।
एटीवीएम भी नहीं हुई चालू
जातियों ने बताया कि इसके अलावा स्टेशन पर लगी ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन (एटीवीएम) भी चालू नहीं हुई है। उसके अलावा बाजार में खुले जन साधारण टिकट बुकिंग काउंटर भी शुरू नहीं हुए हैं। इससे भी यात्रियों का भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।