कैटरिंग इंस्पेक्टर निलंबित, आरपीएफ निरीक्षकों से मांगा जवाब, रेलवे में अवैध वेंडिंग का मामला

कैटरिंग इंस्पेक्टर निलंबित, आरपीएफ निरीक्षकों से मांगा जवाब, रेलवे में अवैध वेंडिंग का मामला
कोटा। न्यूज़. कोटा मंडल में अवैध वेंडिंग का मामला सामने आने के बाद रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है। मामले की गूंज पश्चिम-मध्य रेलवे जबलपुर मुख्यालय सहित रेलवे बोर्ड तक सुनाई दी। इसके बाद हरकत में आए कोटा मंडल रेल प्रशासन ने मामले में सवाई माधोपुर के कैटरिंग इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया। साथ ही मंडल की आरपीएफ पोस्ट और चौकी प्रभारियों से भी जवाब-तलब किया गया है। हालांकि अधिकारियों द्वारा हमेशा की तरह फोन नहीं उठाने के कारण खबर की पुष्टि नहीं हो सकी है।
सूत्रों ने बताया कि मामला सामने आने के बाद कई स्टेशनों से अवैध वेंडर फिलहाल गायब हो गए। लेकिन जिम्मेदारों द्वारा लंबे समय से की जा रही अवैध कमाई का लालच ऐसा है कि कोई आश्चर्य नहीं कि यह अवैध वेंडर फिर से चलते नजर आ जाएं।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि कोरोना काल में भी कोटा मंडल में बड़ी संख्या में अवैध वेंडर चल रहे हैं। इसकी एवज में यह वेंडर जिम्मेदारों को हर महीने करीब 10 लाख रुपए का चढ़ावा चढ़ा रहे हैं। इन जिम्मेदारों में ऐसे विभाग के अधिकारी भी शामिल हैं जिनका अवैध वेंडरों से कोई सीधा लेना-देना भी नहीं है। यह अधिकारी भी हर स्टॉल और ट्रॉली वालों से 3500 रपए महीना बंदी ले रहे हैं। इस तरह कोटा स्टेशन से करीब 45 स्टालों और ट्रॉली से यह विभाग हर महीने डेढ लाख रुपए की अवैध वसूली कर रहा है।
गौरतलब है कि संवाददाता द्वारा कोटा से बयाना तक अवध एक्सप्रेस में लाइव रिपोर्टिंग कर इस मामले को उजागर किया गया था। सोमवार को मामला सामने आने के बाद रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है। कार्रवाई होने के डर से हर जिम्मेदार अपने आप को पाक साफ बताने की कोशिशों में जुटा हुआ है।