मनमर्जी से लगाई जा रही है ट्रेन चालको की ड्यूटी

मनमर्जी से लगाई जा रही है ट्रेन चालको की ड्यूटी
कोटा रेल मंडल में मनमर्जी से ट्रेन चालको की ड्यूटी लगाए जाने का मामला सामने आया है। इसके चलते परिजनों सहित चालकों को मानसिक रूप से परेशान होना पड़ रहा है। साथ ही रेलवे को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है।
कर्मचारियों ने बताया कि कोटा मंडल लगभग सभी गाड़ियों का संचालन हो चुका है। लेकिन अभी तक मेल और एक्सप्रेस गाड़ियों का क्रू लिंक नही बनाया गया है। चालको को कभी भी कंही भी मनमर्जी से बुक किया जा रहा है।
दो-दो चालक चला रहे ट्रेन
कर्मचारियों ने बताया कि सह चालक मौजूद रहते हुए भी अधिकारियों द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से 2-2 चालको से ट्रेन चलवाई जा रही है। अधिकांश चालकों को दिल्ली के लिए बुक किया जा रहा है। जबकि रेलवे बोर्ड का स्पष्ट नियम है कि सह चालक उपलब्ध होने की स्थिति में दो चालकों को नहीं भेजा जा सकता। इसके बाद भी अधिकारियों द्वारा इस नियम का उल्लंघन किया जा रहा है।
रेलवे को हो रहा नुकसान
कर्मचारियों ने बताया कि इससे रेलवे को हर महीने लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। रेलवे को चालको को सह चालकों की अपेक्षा अधिक वेतन-भत्ते का भुगतान करना होता है।
कर्मचारियों ने बताया कि यह पहला मामला नहीं है जब चालको से अनियमित रूप से ड्यूटी करवाई जा रही हो। ऐसे मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। लेकिन व्यवस्था में अब तक कोई ठोस सुधार नहीं हुआ है।