आईआरसीटीसी एजेंट कर रहे टिकटों की दलाली, आरपीएफ ने भरतपुर से दो पकड़े, 20 लाख के बेच चुके हैं 1369 टिकट

आईआरसीटीसी एजेंट कर रहे टिकटों की दलाली, आरपीएफ ने भरतपुर से दो पकड़े, 20 लाख के बेच चुके हैं 1369 टिकट
कोटा।  भारतीय रेल पर्यटन एवं खानपान इकाई (आईआरसीटीसी) के एजेंट द्वारा टिकटों की दलाली का मामला सामने आया है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की अपराध शाखा द्वारा भरतपुर में छापामार कार्रवाई कर ऐसे दो एजेंटों को गिरफ्तार किया है। आरपीएफ को इनके कब्जे से करीब 20 लाख रुपए मूल्य के 1369 टिकटों का रिकॉर्ड मिला है। अपराध शाखा द्वारा दोनों आरोपियों को भरतपुर आरपीएफ पोस्ट को सौंप दिया है। दोनों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
आरपीएफ ने बताया कि लगातार सूचना मिल रही थी कि भरतपुर आर्य समाज रोड पर स्थित अग्रवाल ई-मित्र केंद्र और रमन साइबर ई-मित्र सेवा केंद्र द्वारा टिकटों की दलाली की जा रही है।
बोगस ग्राहक द्वारा सूचना की पुष्टि के बाद आरपीएफ में इन केंद्रों पर छापामार कार्रवाई की। इस कार्रवाई में आरपीएफ को अग्रवाल ई-मित्र केंद्र से 5 लाख 35 हजार 1130 रुपए मूल्य के 496 टिकटों का रिकॉर्ड तथा दो ताजा टिकट भी मिले। यह सभी टिकट 7 निजी पहचान-पत्र द्वारा बनाए गए थे। इसके अलावा रमन साइबर केंद्र से आरपीएफ को 14 लाख 59 हजार 70 टिकटों का रिकॉर्ड मिला। यह सभी टिकट चार निजी आई-डी द्वारा बनाए गए थे।
इसके बाद आरपीएफ ने अग्रवाल केंद्र संचालक अनुज अग्रवाल (34) तथा रमन साइबर केंद्र से रोहित जैन (42) को गिरफ्तार कर लिया। आरपीएफ में इन केंद्रों से कंप्यूटर, प्रिंटर तथा सीपीयू आदि टिकट बनाने के उपकरण भी जप्त किए हैं।
यह रहे मौजूद
इस कार्रवाई को अपराध शाखा निरीक्षक, राजीव खरब, उप निरीक्षक धर्मेंद्र कुमावत, भूपिंदर सिंह, दिलसुख मीणा, हेड कांस्टेबल अरविंद कुमार मलिक, रणवीर एवं विनोद कुमार तथा कांस्टेबल अमर सिंह और शीशराम गुर्जर ने अंजाम दिया।