मालगाड़ी से टकराई गाय, एक घंटा खड़ी रही अवध और इंटरसिटी, दरा-रांवठारोड स्टेशन की घटना

मालगाड़ी से टकराई गाय, एक घंटा खड़ी रही अवध और इंटरसिटी, दरा-रांवठारोड स्टेशन की घटना
कोटा। न्यूज़. कोटा रेल मंडल के दरा और रांवठा रोड स्टेशनों के बीच रविवार को एक गाय मालगाड़ी से टकरा गई। गाय के इंजन में उलझने के कारण कोटा- रामगंजमंडी के बीच आप लाइन पर करीब डेढ़ घंटा रेल यातायात ठप रहा। इसके चलते अवध और इंटरसिटी एक्सप्रेस भी करीब एक घंटे तक मालगाड़ी के पीछे खड़ी रही। बाद में गाय को इंजन से अलग कर मालगाड़ी को आगे रवाना किया गया।
सूत्रों ने बताया कि यह घटना दोपहर करीब 2:40 बजे की है। कोटा से रतलाम की ओर जा रही एक मालगाड़ी दरा और रांवठारोड स्टेशनों के बीच एक गाय से टकरा गई। इस टक्कर से मृत गाय इंजन के कैटल गार्ड में बुरी तरह उलझ गई। गाय के पिछले हिस्से की एक हड्डी इंजन से निकल रहे एक हुक में फंस गई। इसके चलते गाय इंजन से लटक गई। इसके बाद ट्रेन के दोनों चालकों ने गाय को इंजन से अलग करने की कोशिश की। सफल नहीं होने पर चालकों ने चार ट्रैकमेंटेनरों की और मदद ली। लेकिन काफी देर मशक्कत के बाद 6 जनों से भी गाय हुक से नहीं निकाल सकी।
कुल्हाड़ी से काट कर निकाला
इसके बाद कुल्हाड़ी और चाकू की मदद से हुक में फंसी गाय की हड्डी और खाल को काटा गया। हड्डी और खाल कटने के बाद गाय हुक से अलग हो सकी। इसके बाद गाय को पटरी से हटाकर रेल यातायात शुरू किया गया।
डेढ़ घंटा खड़ी रही मालगाड़ी
इस घटना के चलते मालगाड़ी करीब डेढ़ घंटा खड़ी रही। इसके पीछे चल रही बरौनी-बांद्रा अवध एक्सप्रेस तथा जोधपुर-इंदौर इंटरसिटी भी करीब एक घंटा खड़ी रही।
रोज कटते हैं 8-10 जानवर
अधिकारियों ने बताया कि कोटा रेल मंडल के मथुरा और नागदा के बीच रोजाना 8 से 10 जानवर कटते हैं। इनमें सबसे ज्यादा संख्या गायों की रहती है। जानवर काटने से कई बार घंटों रेल यातायात ठप रहता है। ट्रेन दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। हाई स्पीड ट्रेनों के संचालन में रोजाना जानवरों का कटना सबसे बड़ी बाधा बनी हुई है।
इसके चलते अब रेल पटरियों के किनारे बाउंड्री वॉल बनाने का काम शुरू किया गया है। समय-समय पर आरपीएफ द्वारा जानवरों को पटरी से दूर रखने के लिए पशु पालकों से भी समझाइश की जाती है। जरूरी होने पर पशु पालकों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज किए जाते हैं।