आग का गोला बनने से बची नंदा देवी एक्सप्रेस, दहशत में आए यात्री, बयाना की घटना, 3 घंटे मौके पर खड़ी रही ट्रेन, डीआरएम ने किया निरीक्षण

आग का गोला बनने से बची नंदा देवी एक्सप्रेस, दहशत में आए यात्री, बयाना की घटना, 3 घंटे मौके पर खड़ी रही ट्रेन, डीआरएम ने किया निरीक्षण
कोटा। न्यूज़. कोटा-देहरादून नंदा देवी एक्सप्रेस (12401) सोमवार रात बयाना स्टेशन के पास दौड़ता आग का गोला बनने से बाल-बाल बच गई। समय रहते आग और धुंए पर काबू पा लिया गया। इसके बाद आग वाले कोच को काटकर ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया। इसके चलते ट्रेन करीब 3 घंटे मौके पर खड़ी रही। घटना कितनी गंभीर थी इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मंगलवार को मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) पंकज शर्मा कोच का निरीक्षण करने स्पेशल ट्रेन से बयाना पहुंचे। शर्मा के साथ जबलपुर मुख्यालय अधिकारी भी साथ रहे।
यात्रियों में मची अफरा-तफरी
यात्रियों ने बताया कि कोटा से ट्रेन शाम करीब 6 बजे रवाना होने के बाद रास्ते में सब कुछ ठीक था। रात करीब 8:45 बजे डुमरिया और बयाना स्टेशनों के बीच द्वितीय श्रेणी के वातानुकूलित कोच के यात्रियों को डिब्बे में अचानक धुंआ उठता दिखाई दिया। यह धुंआ कोच की छत की तरफ से आ रहा था। धुएं से कोच में आग लगने की आशंका से यात्रियों में दहशत और अफरा-तफरी फैल गई। यात्री सामान उठाकर दूसरे कोच की ओर दौड़ पड़े।
मौके पर खड़ी हुई ट्रेन
धुआं बढने के साथ ही कोच में लगे स्मोक डिटेक्टर अलार्म तेजी से बजने लगे। अलार्म बजने के साथ ही ऑटोमेटिक ब्रेक लगने से ट्रेन मौके पर ही खड़ी हो गई। अलार्म की अवाज सुनकर ट्रेन स्टाफ और टीटीई भी तुरंत ही घटना वाले कोच में पहुंच गए। इसके बाद टीटीई ने यात्रियों को दूसरे कोच में शिफ्ट किया।
बाद में ट्रेन स्टाफ ने फायर उपकरणों की मदद से आग और धुआं पर काबू पाया। हालांकि आग कहीं दिखाई नहीं दे रही थी, लेकिन धुंआ काफी ज्यादा था।
घटना की जानकारी मिलते ही ट्रेन चालक ने कोटा कंट्रोल रूम और बयाना स्टेशन मास्टर को मामले की जानकारी दी।
सूचना मिलते ही फायर उपकरण लेकर बयाना स्टेशन स्टाफ भी मौके पर पहुंच गया। बयाना सिविल पुलिस भी मौके पर पहुंची। दमकल भी मौके पर रवाना होने वाली थी, लेकिन आग बुझने की सूचन पर दमकल वहीं रुक गई।
बयाना में काटा कोच
इस घटना के कारण ट्रेन करीब डेढ़ घंटा मौके पर ही खड़ी रही। बाद में ट्रेन को 3 किलोमीटर आगे बयाना स्टेशन लाया गया। यहां पर आग लगने वाले कोच को काटकर ट्रेन से अलग किया गया। इसके बाद ट्रेन को करीब 3 घंटे देरी से रात 12 बजे आगे के लिए रवाना किया गया।
शॉर्ट सर्किट से लगी आग
अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। मामले की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया आग का कारण शॉर्ट सर्किट को माना जा रहा है। शॉर्ट सर्किट के कारण कोच को गर्म रखने के लिए लगे हीटर की कैबल जल गई। कैबल जलने से कोच में तेजी से धुआं फैलने लगा। अपने निरीक्षण के दौरान डीआरएम ने भी इस हीटर को विशेष रुप से देखा है।
बड़ी घटना टली
यात्रियों ने बताया कि समय रहते ट्रेन रुकने से बड़ी घटना टल गई। अगर ट्रेन नहीं रुकती तो आग और धुआं तेजी से फैल सकता था। इससे यात्री हताहत हो सकते थे। रात अधिक नहीं होने से घटना के समय यात्री जगे हुए थे। आधी रात को घटना होती तो सोते हुए कई यात्रियों को धुंए के कारण सांस लेने में भारी परेशानी हो सकती थी। हालांकि धुएं के कारण अभी भी कई यात्री खांसते हुए नजर आए।