Indian Railways : बयाना में अंडरपास की मांग को लेकर रेल रोकने की चेतावनी

Indian Railways : बयाना में अंडरपास की मांग को लेकर रेल रोकने की चेतावनी, धरना-प्रदर्शन शुरु, 80 लोग गंवा चुके हैं जान
Kota Rail News : भरतपुर जिले के बयाना कस्बे में अंडर पास की मांग को लेकर स्थानीय लोगों द्वारा मंगलवार से धरना-प्रदर्शन शुरू किया गया है। लोगों ने चेतावनी दी है यदि समय रहते यहां अंडर पास, ओवर ब्रिज या समपार फाटक की स्वीकृति जारी नहीं हुई तो रेल रोको आंदोलन शुरू किया जाएगा।
लोगों ने बताया कि कस्बे की अधिकतर आबादी बयाना स्टेशन के एक तरफ रहती है। स्कूल, अस्पताल, बाजार और बस स्टैंड आदि सभी सुविधाएं घनी आबादी की तरफ मौजूद है। इसके चलते पटरी के दूसरी तरफ शिशों का नगला झेत्र में बसे ग्रामीणों और अन्य लोगों को छोटे-छोटे कामों के लिए भी पटरी पार कर दूसरी तरफ आना पड़ता है। इसके चलते गर्भवतियों, महिलाओं बीमारों, विद्यार्थियों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है।
इस समस्या के हल के लिए ग्रामीणों द्वारा पिछले 30 से अधिक समय से यहां पर लगातार धरने-प्रदर्शन किए जा रहे हैं। रेलवे अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रधानमंत्री तक को कई-कई ज्ञापन दिए जा चुके हैं। लेकिन समस्या का समाधान आज तक नहीं हुआ।
9 साल पहले स्वीकृत हो चुका है अंडर पास
स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पर अंडर पास करीब 9 साल पहले ही स्वीकृत हो चुका है। इस स्वीकृति के साथ राज्य सरकार ने अंडर पास के लिए 5 करोड रुपए का बजट भी आवंटित किया था।
लेकिन इसके बाद भी यह अंडर ब्रिज आज तक नहीं बना।
80 लोग गंवा चुके हैं जान
ग्रामीणों ने बताया कि उचित रास्ते के अभाव में यहां पर पिछले करीब 30 सालों में 80 लोग ट्रेन से कटकर अपनी जान गंवा चुके हैं। इसके अलावा 2014 में यहां पर एक साथ 55 भेड़े कटने का मामला भी सामने आ चुका है।
बाउंड्री वाल बनने से बड़ेगी समस्या
लोगों ने बताया कि 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेनें चलाने के लिए रेलवे द्वारा यहां पर बाउंड्री वॉल बनाने की योजना तैयार की जा रही है। ऐसे में ग्रामीणों के सामने कस्बे में जाने की और ज्यादा गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाएगी।
धरना-प्रदर्शन करने वालों में शिशो का नगला संघर्ष समिति के अध्यक्ष हुकुम सिंह सैनी, महामंत्री पूरण सैनी, रवि सैनी, अजय सेन, ख्यालीराम सैनी, देवी राम सैनी, बच्चू सिंह, नरेंद्र, योगेंद्र और कुमर सिंह सैनी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हैं।