Indian Railways : तीसरे दिन भी जारी रही सीबीआई की जांच, खंभों की नींव में मिली भारी गड़बड़ी, कोटा-चंदेरिया विद्युतीकरण का मामला

Indian Railways : तीसरे दिन भी जारी रही सीबीआई की जांच, खंभों की नींव में

मिली भारी गड़बड़ी, कोटा-चंदेरिया विद्युतीकरण का मामला

Kota Rail News : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (सीबीआई) और विजिलेंस द्वारा तीसरे दिन शुक्रवार को भी अपनी कार्यवाही जारी रखी। सीबीआई ने चंदेरिया, मांडलगढ़ और जालंधरी आदि जगहों पर खुदाई करवाकर बिजली के खंभों की फाउंडेशन (नींव) की जांच की।
सूत्रों ने बताया कि इस जांच में सीबीआई को कई जगह भारी गड़बड़ी मिली है। कई जगह सीबीआई को नींव की खुदाई निर्धारित से कम मिली। इसके चलते नींव में भरी गई कंक्रीट की मात्रा भी निर्धारित से कम थी। कंक्रीट की तराई भी ठीक से नहीं की गई थी। इसके अलावा कई जगह वाइब्रेटर भी चलता नहीं मिला।
3 मीटर होनी चाहिए गहराई
सूत्रों ने बताया कि विद्युत खंभों की नींव की गहराई कम से कम तीन मीटर होनी चाहिए। इसके अलावा पूरी मजबूती के लिए कम से कम 21 दिन कंक्रीट की तराई होना चाहिए। साथ ही खंबे को मजबूती से खड़ा रखने के लिए नींव में चारों तरफ 12 सेंटीमीटर की खुदाई और होना चाहिए। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई को यह खुदाई किसी भी नींव में नजर नहीं आई।
बचने के लिए गिड़गिड़ाए अधिकारी
सूत्रों ने बताया कि यह गड़बड़ी सामने आने के बाद अपने आप को फंसता देख कई अधिकारी और सुपरवाइजर सीबीआई टीम के आगे रोते और गिड़गिड़ाते नजर आए। अधिकारी और सुपरवाइजर दुबारा ऐसी गलती नहीं करते हुए बचने की गुहार करते रहे।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि रेलवे द्वारा गत वर्ष कोटा-चंदेरिया के बीच विद्युतीकरण का काम पूरा किया गया था। 152 किलोमीटर के इस क्षेत्र में बिजली के तारों (ओएचई) के लिए करीब ढाई हजार विद्युत खंभे लगाए गए हैं। इन खंभों के फाउंडेशन में गड़बड़ी की बात सामने आई थी। इसकी शिकायत भी प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंची थी। शिकायत में कम गहराई के साथ फाउंडेशन का काम घटिया होने की बात भी कही गई थी। इसके बाद विद्युत परियोजना प्रयागराज को कोटा आरपीएफ ने मामले की जांच भी की थी। लेकिन इस जांच का परिणाम अभी तक सामने नहीं आया है। इस बीच चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी ने मामले की शिकायत रेल मंत्री से कर दी।
इस शिकायत के बाद प्रयागराज सीबीआई और विजिलेंस टीम द्वारा मामले की जांच शुरू की गई है।