Indian Railways : ट्रैकमेंटनरों ने गंगापुर में किया धरना-प्रदर्शन

Indian Railways : ट्रैकमेंटनरों ने गंगापुर में किया धरना-प्रदर्शन, आज भी मंडल भर से जुटेंगे सैकड़ों कर्मचारी, ट्रैकमैन हीरालाल की मौत का मामला
Gangapur City : ट्रैकमेंटेनर हीरा लाल महावर की मौत का मामला लगातार गर्माता जा रहा है। मामले को लेकर बुधवार को टूल डाउन कर ट्रैकमेंटेनरों ने गंगापुर स्टेशन पर दिन भर जोरदार विरोध प्रदर्शन भी किया। इस दौरान ट्रैकमेंटेनरों ने जमकर नारेबाजी भी की। ट्रैकमेंटेनर हीरालाल को न्याय दो, रेल प्रशासन मुर्दाबाद तथा दोषी अधिकारियों को बर्खास्त करो आदि नारे लगा रहे थे। यह विरोध प्रदर्शन रात 9 बजे तक लगातार चलता रहा। विरोध प्रदर्शन के दौरान एक ट्रैकमेंटेनर की तबीयत भी खराब हो गई। जिसे बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस विरोध प्रदर्शन में हीरालाल के परिजन भी शामिल हुए। गंगापुर के अलावा यह विरोध प्रदर्शन मंडल के फतेहसिंहपुरा आदि अन्य स्टेशनों पर भी किया गया।
ट्रैकमेंटेनरों का यह धरना प्रदर्शन गुरुवार को भी जारी रहेगा। इस धरना-प्रदर्शन में पूरे कोटा मंडल से सैकड़ों ट्रैकमेंटेनरों के शामिल होने की संभावना है।
ट्रैकमेंटेनरों की मांग पर प्रशासन ने मामले की जांच भी शुरू कर दी है। जांच टीम में शामिल अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साथी कर्मचारियों और परिजनों के बयान भी दर्ज किए। गुरुवार को भी यह जांच जारी रहेगी।
इसके अलावा बुधवार को साथी कर्मचारियों और परिजनों ने जीआरपी को दोषी अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की रिपोर्ट भी दी है। पुलिस ने बताया कि इस रिपोर्ट को भी हीरालाल की मौत के मामले की जांच में शामिल किया गया है। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व विधायक ने डीआरएम को दी चेतावनी
प्लेटफार्म नंबर एक पर स्टेशन प्रबंधक कार्यालय के सामने दिए जा रहे धरना प्रदर्शन में गंगापुर के पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर भी शामिल हुए। इस दौरान गुर्जर ने मामले को लेकर मंडल रेल प्रबंधक पंकज शर्मा से भी फोन पर बात की। गुर्जर ने डीआरएम से मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने तथा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। गुर्जर ने डीआरएम को चेताया कि यदि ट्रैकमेंटेनरों की मांगों को नहीं गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
हीरालाल का किया अंतिम संस्कार
बुधवार को जीआरपी ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया। परिजनों और साथी कर्मचारियों ने हीरालाल का अंतिम संस्कार कर दिया। हालांकि कर्मचारियों के अपनी मांग पर अड़े रहने के कारण सुबह पोस्टमार्टम में देरी हुई।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि का रेल पटरियों की मरम्मत के दौरान पीलोदा स्टेशन पर हीरालाल की ट्रेन की चपेट में आने के कारण मौत हो गई थी। साथी कर्मचारियों का आरोप है कि सहायक मंडल इंजीनियर मलखान सिंह मीणा और वरिष्ठ खंड अभियंता समय सिंह मीणा नियम विरुद्ध तरीके से हीरालाल से काम ले रहे थे। रेलवे बोर्ड के नियमों की अवहेलना कर कीमेन हीरालाल से जबरन ग्रिसिंग कराई जा रही थी। इससे पहले भी अधिकारी अनुपस्थिति लगाकर हीरालाल की 10 दिन का वेतन काट चुके थे। इससे हीरालाल तनाव में था। तनाव के चलते ही हीरालाल ट्रेन की चपेट में आ गया।