Indian Railways : भरतपुर से भी भेजा फिटकरी की जगह मार्बल पाउडर, 30 करोड़ से ऊपर पहुंचा घोटाला,

भरतपुर से भी भेजा फिटकरी की जगह मार्बल पाउडर, 30 करोड़ से ऊपर पहुंचा घोटाला, सीबीआई आज से कर सकती है जांच, रेलवे ने लिए सेंपल, मचा हड़कंप, खबर का असर
Kota Rail news :  एलम (फिटकरी) की जगह मार्बल पाउडर भेजने का मामला सामने आने के बाद रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है। पश्चिम-मध्य रेलवे जबलपुर मुख्यालय सहित यह मामला रेलवे बोर्ड तक भी पहुंच चुका है। इसके चलते विभिन्न जांच एजेंसियां भी मामले में कार्रवाई की तैयारी में हैं।
इस दौरान भरतपुर से भी एलम के नाम पर मार्बल पाउडर भेजे जाने की बात सामने आई है। भरतपुर से 60-65 मालगाड़ियों में यह माल भेजा गया। इसके चलते यह घोटाला 30 करोड़ रुपए के पार चला गया है। मांडलगढ़, भरतपुर और कोटा से एक ही पार्टी द्वारा माल भेजे जाने की बात सामने आ रही है।
लेखा विभाग ने लिए सैंपल
सूत्रों ने बताया कि मामला सामने आने के बाद रेलवे के चल लेखा विभाग ने अपनी कार्रवाई भी शुरू कर दी है। विभाग ने भरतपुर और मांडलगढ़ में मौके पर पड़े पाउडर के नमूने (सैंपल) भी लिए हैं। विभाग ने जांच के लिए एक नमूने को प्रयोगशाला तथा दूसरे नमूने को जबलपुर मुख्यालय भेजा है।
सूत्रों ने बताया कि लेखा निरीक्षकों ने मौके पर भी पाउडर की जांच की। जांच के लिए पाउडर को पानी में डाला गया। लेकिन पानी में डालने के बाद भी यह पाउडर नहीं खुला। जबकि एलम पाउडर पानी में घुलनशील है।
इसके चलते चल लेखा निरीक्षकों ने इसके एलम पाउडर होने पर संदेह जताया है।
सीबीआई आज से कर सकती है जांच
मामले को लेकर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) गुरुवार से मामले की जांच शुरू कर सकती है। सीबीआई इसे एक बड़ा घोटाला मानकर चल रही है।
इससे पहले बुधवार को यह मामला अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच काफी चर्चा विषय बना रहा। लोग एक-दूसरे से मामले की जानकारी लेते नजर आए। लोगों ने मामले की खबर को भी एक दूसरे को जमकर शेयर किया।
ट्वीट कर मामले से प्रधानमंत्री और रेल मंत्री तक को अवगत कराया गया। हालांकि रेलवे की ओर से अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि बुधवार को एक समाचार द्वारा मांडलगढ़ से एलम पाउडर की जगह मार्बल पाउडर भेजे जाने के मामले का खुलासा किया गया था। किसने बताया गया था कि पार्टी द्वारा कम भाड़े के एलम के नाम पर अधिक किराया वाला मार्बल पाउडर भेजा गया। ऐसी करीब दो दर्जन माल गाड़ियां मांडलगढ़ से असम (गुवाहाटी के लिए रवाना की गई। इसके चलते रेलवे को करीब 10 करोड़ का चूना लग गया।