Indian Railways : रेलवे वर्कशॉप ऑफिस में भीषण आग – साजिश, हादसा या लापरवाही

Indian Railways : रेलवे वर्कशॉप ऑफिस में भीषण आग – साजिश, हादसा या

लापरवाही

कोटा। रेलवे माल डिब्बा मरम्मत कारखाना (वर्कशॉप) ऑफिस में शनिवार शाम अचानक आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि कुछ ही देर में इसने विकराल रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते ऑफिस में सब कुछ जलकर राख हो गया। आसमान में घना काला, गाढ़ा दुआ छा गया। यह धुआं कई किलोमीटर दूर तक दिखाई दे रहा था। आग इतनी तेजी से फैली की एक कागज का टुकड़ा तक नहीं बचाया जा सका। पांच दमकल ने मिलकर बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया। यह आग हादसा थी, साजिश थी या कोई लापरवाही थी। प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इस आग में सब कुछ जलकर नष्ट होने के कारण कुछ दिनों तक वर्कशॉप का कामकाज प्रभावित हो सकता है।
कर्मचारियों ने बताया कि यह आग ऑफिस के प्रथम तल पर स्थित प्रोसेसिंग एंड प्लानिंग विभाग में लगी। शाम को ऑफिस बंद कर सभी कर्मचारी शाम को घर जा चुके थे। चपरासी भी चैनल गेट का ताला लगाकर जा चुका था। शाम करीब 6:30 बजे अंदर काम कर रहे कर्मचारियों को ऑफिस से अचानक काला और घना धुआं उठता दिखाई दिया। कर्मचारियों ने मामले तुरंत सभी को अवगत कराया। सूचना पर मुख्य कारखाना प्रबंधक मनीष गुप्ता अपने अधिकारियों के साथ तुरंत मौके पर पहुंची है आग की सूचना पर कर्मचारी भी बड़ी संख्या में वर्कशॉप पहुंचे।
शुरुआत में वर्कशॉप की दमकल से आग बुझाने का प्रयास किया गया लेकिन आग इतनी तेज थी कि इस एकदम कल का कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था इसके बाद नगर निगम की एक और दमकल पहुंची कुछ देर में इसका भी पानी खत्म हो गया इसके बाद दो दमकल ए और आई इसके बाद फिर एक और दमकल आई सभी सभी ने मिलकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया 4 घंटे की मशक्कत के बाद साडे 4 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग बुझाने में वर्कशॉप कर्मचारियों ने भी काफी मदद की। कर्मचारियों और आरपीएफ जवानों ने शुरुआत में अग्निशमन यंत्रों की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया। लेकिन आग इतनी भयंकर थी कि यह प्रयास विफल हो गए।
हालांकि 24 घंटे गेट पर तैनात रहने वाली आरपीएफ ने हूटर बजाना जरूरी नहीं समझा।
सब कुछ जलकर खाक
आग इतनी भीषण थी कि इसमें सब कुछ जलकर राख हो गया। हिसाब से 2 दर्जन से अधिक कंप्यूटर, कुर्सी-टेबल आदि फर्नीचर, पंखे, अलमारियां, सैकड़ों फाइलें, जरूरी दस्तावेज, खिड़कियां तथा वातानुकूलित सिस्टम सहित सब कुछ जलकर नष्ट हो गया। आग इतनी तेज थी कि पंखे आदि सामान पिघल गया। दीवारों में दरारें तक आ गई। अलमारियों में रखे फाइलें, रिकॉर्ड, नक्शे और कंप्यूटर फ्लोपी आदि तक नहीं बचे। कुछ सामान आग बुझाने के दौरान पानी से नष्ट हो गया। इसके अलावा इस आग से दो सहायक अधिकारियों के चेंबर में जलकर नष्ट हो गए। इसी के पास में स्थित दो उप मुख्य कारखाना प्रबंधक के ऑफिस बाल-बाल बच गए। आग बुझाने में इतना अधिक पानी काम में लिया गया कि यह ग्राउंड फ्लोर पर स्थित ऑफिस में भी टपकने लगा। इसके चलते नीचे के ऑफिसों के कंप्यूटर आदि जरूरी सामान हटाया गया। इस आग से रेलवे को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
कारणों का नहीं चला पता
मामले में मुख्य कारखाना प्रबंधक मनीष गुप्ता ने बताया कि फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चला है। मामले की जांच के आदेश दिए गए। जांच के लिए 4 सदस्यों की कमेटी का गठन किया है। आग के कारणों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक एक्सपर्ट को भी बुलाया गया है। साजिश की बात से इनकार करते हुए गुप्ता ने कहा कि टेंडर आदि अधिकतर रिकॉर्ड ऑनलाइन है। इसे रिकवर कर लिया जाएगा। हादसा या लापरवाही की बात जांच के बाद ही पता चलेगी।