Indian Railways : मंदिर के दिए से लगी थी रेलवे वर्कशॉप में आग, जांच रिपोर्ट में खुलासा

Indian Railways : मंदिर के दिए से लगी थी रेलवे वर्कशॉप में आग, जांच रिपोर्ट में

खुलासा,  खबर पर मुहर

Kota Rail News :  रेलवे माल डिब्बा मरम्मत कारखाना (वर्कशॉप) में आग मंदिर के दिए से लगी थी। करीब 15 दिन बाद आई जांच रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। इसी के साथ  खबर पर मुहर लग गई है। उल्लेखनीय है कि हमारे द्वारा इस बात का पहले ही खुलासा कर दिया गया था कि यह आग मंदिर के दिए से लगी हो सकती है। क्योंकि उस दिन नवरात्र का पहला दिन था और किसी ने दीया और अगरबत्ती जला कर मंदिर में पूजा पाठ की हो सकती है। इस बात को इस से भी बल मिलता है कि कई कर्मचारियों ने बताया था कि उन्होंने सबसे पहले आग मंदिर के आसपास देखी थी। इसके बाद आग लगातार बढ़ती चली गई और देखते ही देखते पूरे ऑफिस को अपनी चपेट में ले लिया।
शाम को जलाया था दीया
जांच रिपोर्ट में भी यही बात सामने आई की नवरात्र का पहला दिन होने के कारण किसी ने ऑफिस में बने छोटे से मंदिर में शाम को दिया जलाया था। इसके बाद कर्मचारी जलता दिया छोड़ कर घर चला गया। बाद में इस दिए के कारण मंदिर में आग लग गई। बाद में यही आग फैलती चली गई।
एक अप्रैल को लगी थी आप
उल्लेखनीय है कि यह आप एक अप्रैल को लगी थी इस आग के कारण रेलवे को करीब 16 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। यह आग वर्कशॉप ऑफिस के प्रथम तल पर लगी थी। आग इतनी भीषण थी कि करीब 4 घंटे की मशक्कत के बाद 4 दमकलों की मदद से दावानल पर काबू पाया जा सका था। इस आग से कई कंप्यूटर, फर्नीचर, खिड़की-दरवाजे, पंखे तथा फाइलें आदि सामान जलकर नष्ट हो गया था।
बनाई थी जांच कमेटी
इस घटना के बाद रेलवे ने चार सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने दर्जनों कर्मचारियों के बयान और विभिन्न तथ्यों की जांच कर दिए को आग का कारण माना है।
हालांकि आग के कारणों का पता लगाने के लिए जयपुर से भी फॉरेंसिक टीम कोटा आई थी। लेकिन यह टीम फिलहाल किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है।
टीम ने कुछ सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे हैं।
वर्कशॉप में दीया बाती पर रोक
इस रिपोर्ट के बाद प्रशासन ने वर्कशॉप में दीया बाती पर पूरी तरह रोक लगा दी है। प्रशासन ने कहा है कि वर्कशॉप में बने मंदिरों या अन्य कहीं भी दीया बाती जलती मिली तो कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने कहा है कि मंदिर या आसपास कहीं भी दीपक, अगरबत्ती, धूपबत्ती, माचिस, रुई, घी, तेल तथा लाइटर आदि कोई भी पूजन सामग्री नहीं मिलनी चाहिए।
प्रशासन ने कहा है कि कर्मचारी सिर्फ पुष्प अर्पित कर भगवान की पूजा कर सकते हैं।