Indian Railways : भोपाल एडीआरएम के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज, महिला
रेलकर्मी ने लगाया आरोप, पति ने भी कराया धोखाधड़ी का मामला दर्ज
Kota Rail News : भोपाल अपर मंडल रेल प्रबंधक (एडीआरएम) गौरव सिंह चादर के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज हुआ है। महिला रेल कर्मचारी की रिपोर्ट पर नर्मदापुरम थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि यह महिला भोपाल डीआरएम ऑफिस में ही कार्य करती है। महिला शुक्रवार को पिपरिया स्टेशन पहुंची थी। यहां पर महिला ने आत्महत्या की नियत से अपने हाथ की नस काट ली। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में यहां से महिला को वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया।
पुलिस को दिए बयान में महिला ने बताया कि नौकरी लगाने और ट्रांसफर करने के नाम पर गौरव ने कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। नौकरी लगने से पहले भी करीब सवा साल से गौरव उसके साथ गलत काम करता आ रहा है।
धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज
महिला के पति शुभम सिंह राजपूत ने भी हरदा थाने में गौरव के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।
व्यवसायी शुभम ने बताया कि करीब साल भर पहले हरदा में उसकी इस महिला से पहचान हुई थी। महिला ने बताया कि उसके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है अनुकंपा के आधार पर उसकी भोपाल में नौकरी लगी है।
शुभम ने बताया कि इसके बाद वह भोपाल भी गया। यहां पर गौरव भी उसे कई बार महिला के घर मिला। पूछताछ में महिला ने बताया कि गौरव ने नौकरी लगवाने में उसकी काफी मदद की है।
पुत्री के समान बताता था
शुभम ने बताया कि गौरव महिला को अपनी पुत्री के समान बताता था। इसके चलते गौरव ने उससे महिला से विवाह करने को कहा। इसके बाद इसी साल 18 फरवरी को धूमधाम से उनकी शादी हो गई। शादी में करीब 50 लाख का खर्च आया था।
शुभम ने बताया कि शादी के बाद भी गौरव के फोन उसकी पत्नी के पास लगातार आते थे। रात में भी कई कई बार फोन आते थे। शुभम ने बताया कि पहले तो वह कुछ समझ नहीं सका, लेकिन बाद में उसे इनके संबंधों पर शक हुआ।
15 लाख के जेवर और 10 लाख लेकर हुई गायब
शुभम सिंह ने बताया कि इसके बाद पिछले महीने उसकी पत्नी घर से 15 लाख रुपए मूल्य के जेवर और 10 लाख रुपए नगद लेकर गायब हो गई। पत्नी का ट्रांसफर भी रातों-रात हरदा से भोपाल हो गया। भोपाल में गौरव ही इसे स्टेशन पर लेने आया था।
शुभम ने बताया कि इसके बाद उसे अपने ठगे जाने का एहसास हुआ और उसने पुलिस में मामला दर्ज कराया।
कई बार स्थानांतरण
शुभम ने बताया कि गौरव के प्रभाव के चलते हैं उसकी पत्नी का पिछले 6 महीने में ही भोपाल और हरदा आदि जगह तीन-चार बार तुरंत प्रभाव से स्थानांतरण हो गया। गौरव की मेहरबानी के चलते महिला 6 महीने में ही सीनियर क्लर्क भी बन गई।
गौरव ने बताया कि उसने रिपोर्ट में आपनी पत्नी का भी नाम लिखवाया है। शुभम ने बताया कि एक साजिश के तहत गौरव ने महिला से उसका विवाह कराया था।
शुभम ने बताया कि उसने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पश्चिम-मध्य रेलवे महाप्रबंधक, विजिलेंस तथा डीआरएम भोपाल से भी की है। शुभम ने बताया कि अगले हफ्ते वह मामले की शिकायत रेल मंत्री से ही करेंगे।
एक हफ्ते बाद दर्ज हुआ मामला
शुभम ने बताया कि गौरव का प्रभाव इतना अधिक था कि शहर पुलिस अधीक्षक को शिकायत देने के बाद भी एक हफ्ते तक उनका मामला दर्ज ही नहीं किया जा सका। उल्टे पुलिस उन्हें मामले में कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए समझाती रही। लेकिन उनके पीछे नहीं हटने और कई अन्य जगह शिकायतों के बाद बड़ी मुश्किल से गौरव के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हो सका।
गायब हुए गौरव
पुलिस ने बताया कि फिलहाल गौरव का कहीं पता नहीं चल रहा है। गौरव का मोबाइल भी स्विच ऑफ आ रहा है। इस इस दौरान मामले में वर्जन लेने के लिए संवाददाता द्वारा भी गौरव को फोन लगाया गया। लेकिन फोन लगातार स्विच ऑफ आने के कारण गौरव का पक्ष सामने नहीं आ सका।
पूरे ऑफिस को पता है गौरव के कारनामे
शुभम ने बताया कि गौरव के कारनामे पूरे डीआरएम ऑफिस को पता है। गौरव के महिला से संबंधों के बारे में भी सबको पता है। मामले की जानकारी लेने के दौरान कई लोगों ने उसे यह बात बताई।
समय से पहले हुआ अधिकारियों का स्थानांतरण
अपने कार्यकाल के दौरान गौरव के कई अधिकारियों के साथ संबंध बहुत अच्छे नहीं होने की बात सामने आ रही है। गौरव के कार्यकाल के दौरान कई अधिकारियों के स्थानांतरण भी समय से पहले हो गए।
जबलपुर में भी अधिकारी रहने के दौरान गौरव पर एक सुपरवाइजर से मारपीट का भी आरोप है।