Indian Railways : वर्कशॉप से लोहा चोरी का प्रयास! खाली कराया स्क्रैप से भरा ट्रक, प्रशासन को नहीं जानकारी

Indian Railways : वर्कशॉप से लोहा चोरी का प्रयास! खाली कराया स्क्रैप से भरा

ट्रक, प्रशासन को नहीं जानकारी

Kota Rail News : रेलवे माल डिब्बा मरम्मत कारखाना (वर्कशॉप) से कबाड़ ले जाने के बहाने लोहा चोरी की कोशिश का मामला सामने आया है। लेकिन समय रहते मामले का पता चलने पर लोहा चोरी होने से बच गया। मामले में खास बात यह है कि 24 घंटे बाद भी कि प्रशासन ने ऐसी किसी जानकारी होने से इनकार किया है। जिम्मेदारों के खिलाफ भी कोई कार्रवाई की बात सामने नहीं आई है। आरपीएफ ने भी किसी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया है।
सूत्रों ने बताया कि नीलामी के माध्यम से झांसी की एक फर्म ने पिछले दिनों वर्कशॉप से कुछ स्क्रैप खरीदा था। सोमवार को फर्म द्वारा खरीदे हुए स्क्रैप का एक ट्रक में लदान करवाया जा रहा था। यह स्क्रैप आपस में चिपके लोहा और रबड़ के रूप में था।
सूत्रों ने बताया कि स्क्रैप से पहले मजदूरों ने पास में लगे एक अन्य ढेर का लोहा ट्रक में चढ़ा दिया। इसके बाद मजदूरों ने फर्म द्वारा खरीदे स्क्रैप का भी लदान ट्रक में कर दिया।
वीडियो से खुली पोल
सूत्रों ने बताया कि मौके पर मौजूद किसी अन्य फर्म के कर्मचारी ने इस पूरे मामले का वीडियो बना लिया। कर्मचारी ने तुरंत इस वीडियो को अधिकारियों को भेज दिया। मामले का पता चलते ही अधिकारियों ने ट्रक को मौके पर ही रोक लिया। इसके बाद रात हो जाने पर मामले में कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। ट्रक रात भर वर्कशॉप में खड़ा रहा।
210 किलो मिला लोहा
मंगलवार सुबह मामले में कार्रवाई करते हुए पूरे ट्रक को वापस खाली कराया गया। खाली कराने पर ट्रक में नीचे लोहा भरा नजर आया। तोलने पर यह लोहा करीब 210 किलो निकला। इसके अलावा ट्रक में करीब 40 टन स्क्रैप था। बाद में फर्म द्वारा खरीदे गए स्क्रैप का ट्रक में दुबारा लदान किया गया। इसके बाद ट्रक वर्कशॉप से रवाना हो सका।
गड़बड़ी की आशंका
सूत्रों ने इस पूरे मामले में गड़बड़ी की आशंका जताई है। क्योंकि लदान के समय मौके पर आरपीएफ का एक जवान, एक लेखा और स्टोर सहित विभिन्न विभागों के चार-पांच कर्मचारी मौजूद रहते हैं। सबके हस्ताक्षर के बाद ही ट्रक मौके से रवाना होता है।
इतने कर्मचारियों की मौजूदगी में यह संभव नहीं इतनी बड़ी मात्रा में लोहा गलती से चढ़ा दिया गया हो। यह तभी संभव है जब एक भी जिम्मेदार कर्मचारी मौके पर मौजूद नहीं हो या सब की आपस में मिलीभगत हो। अगर कर्मचारी मौके पर नहीं है तब भी वह जिम्मेदार है।
नहीं हुई कार्रवाई
इतना बड़ा मामला सामने आने के 24 घंटे बाद भी किसी कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्यवाही की बात सामने नहीं आई है और न ही किसी कर्मचारी को जिम्मेदार ठहराया गया है। अमूमन ऐसा तभी होता है जब मामला आपसी सहमति का हो।
मामले की जानकारी नहीं
मैं शहर से बाहर हूं। मुझे इस मामले की जानकारी है। मामले का पता करवाता हूं।
– मनीष गुप्ता, मुख्य कारखाना प्रबंधक