Indian Railways : जीएम ने किया रामगंजमंडी-भोपाल नई लाइन का निरीक्षण, 20 साल से रेंग रही परियोजना

Indian Railways : जीएम ने किया रामगंजमंडी-भोपाल नई लाइन का निरीक्षण, 20

साल से रेंग रही परियोजना

Kota Rail News : पश्चिम-मध्य रेलवे महाप्रबंधक (जीएम) सुधीर गुप्ता अपने एक दिवसीय दौरे पर दौरे पर गुरुवार को कोटा पहुंचे। जबलपुर-अजमेर दयोदय से कोटा पहुंच कर गुप्ता विशेष ट्रेन से रामगंजमंडी और झालावाड स्टेशन पहुंचे। यहां से गुप्ता ने बाय रोड पहुंच कर इकलेरा टनल तक नई लाइन का निरीक्षण किया। रास्ते में शर्मा ने निर्माणाधीन स्टेशन तथा ओवर और अंडर ब्रिजों को विशेष रूप से देखा। निरीक्षण के दौरान गुप्ता ने अधिकारियों से कार्य की प्रगति और रास्ते में आ रही रुकावटो की भी जानकारी ली। निरीक्षण कर लौटते समय गुप्ता ने रामगंजमंडी स्टेशन पर समपार फाटक जागरूकता अभियान के तहत किए जा रहे नुक्कड़ नाटक को भी देखा। शाम को 6 बजे कोटा पहुंचकर गुप्ता रात को दयोदय ट्रेन से जबलपुर लौट गए।
20 साल से रेंग रही परियोजना
उल्लेखनीय है कि रामगंजमंडी-भोपाल रेल परियोजना करीब 20 साल से रेंग रही है। कुल 270 किलोमीटर की इस परियोजना में से अभी तक मात्र 46 किलोमीटर रेल पटरी ही बिछाई जा सकी है। परियोजना में देरी के चलते काम की लागत भी लगातार बढ़ती जा रही है। काम को जल्द पूरा करने के लिए इस परियोजना को प्रधानमंत्री प्रोजेक्ट में भी शामिल किया गया है। इसके बाद से इस काम में तेजी दिखाई दे रही है। भोपाल से भी इस परियोजना पर काम शुरू हो चुका है। काम जल्द पूरा करने के लिए इस बजट में कोटा और भोपाल को 250-250 करोड रुपए भी आवंटित किए गए हैं।
9 साल से ट्रेन को आगे बढ़ने का इंतजार
अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना में रामगंजमंडी से झालावाड़ तक करीब 26 किलोमीटर का काम 10 साल पहले पूरा हो गया था। 21 जून 2013 से यहां ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो गया था। लेकिन इसके बाद से ट्रेन आगे बढ़ने का इंतजार कर रही है। जबकि झालावाड़ से झालरापाटन तक 8 किलोमीटर का काम 2019 तथा झालरापाटन से जूनाखेड़ा तक 13.50 किलोमीटर का काम 2020 में ही पूरा हो चुका है। निरीक्षण के बाद रेल संरक्षा आयुक्त ट्रेन भी इस रेलखंड पर ट्रेन चलाने की अनुमति दे चुके हैं। इसके बाद भी यहां ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं किया जा रहा है।
अब तेजी से चल रहा काम
अधिकारियों ने बताया कि जूनाखेड़ा से इकलेरा तक करीब 73 किलोमीटर का काम तेजी से चल रहा है। इसमें से करीब 57 किलोमीटर तक काम पूरा हो चुका है। अभी 16 किलोमीटर का काम और बाकी है। इसके अगले साल तक पूरा होने की उम्मीद है। अधिकारियों ने बताया कि इसके आगे ब्यावरा तक कोटा रेल मंडल द्वारा काम किया जाएगा। जहां तक काम 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है।
ब्यावरा से भोपाल रेल मंडल द्वारा काम किया जाएगा। ब्यावरा से भोपाल तक जमीन अवाप्ति का काम लगभग पूरा हो चुका है। यहां अब मिट्टी डालने का काम किया जा रहा है।