राजकीय महाविद्यालयों के प्राध्यापकों के सीनियर सेलेक्शन स्केल व पे बैंड -IV की डीपीसी का कार्य संपन्न

राजकीय महाविद्यालयों के प्राध्यापकों के सीनियर सेलेक्शन स्केल व पे बैंड -IV की डीपीसी का कार्य संपन्न
राजस्थान 
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सरकार द्वारा निरंतर ऎतिहासिक फैसले किए जा रहे हैं। उन्हीं की कड़ी में गुरूवार को प्राध्यापकों के विभिन्न स्केल्स पर वषोर्ं से लंबित विभागीय पदोन्नति का कार्य संपन्न करवाया गया। इस विभागीय पदोन्नति द्वारा कॉलेज प्राध्यापकों के कैरियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत सीनियर स्केल के 114, सेलेक्शन स्केल के 70 तथा पे बैंड-IV के 75 प्राध्यापकों की पदोन्नति का कार्य पूर्ण हुआ।
इससे पूर्व उच्च शिक्षा विभाग द्वारा वर्ष 2017-18, 2018-19 व 2019-20 की सालों से लंबित प्राचार्य पद की डीपीसी कर राजकीय महाविद्यालयों में प्राचार्यों का पदस्थापन किया गया। राज्य सरकार द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर पदों पर राज्य के युवाओं और विद्यार्थियों के हित में गुड एकेडमिक रिकॉर्ड में छूट देकर राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर द्वारा संशोधित विज्ञप्ति जारी करवाई गई। जो कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में एक अहम फैसला है।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि राजकीय महाविद्यालयों में  प्रोफेसर पद पर कैरियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत 477 प्रोफेसर पदों पर विभागीय पदोन्नति का कार्य भी प्रक्रियाधीन हैय जिसे जल्द ही संपन्न करवाया जाएगा।
श्री भाटी ने बताया कि मुख्यमंयत्री द्वारा  बजट घोषणा  2021- 22  में  राज्य में कुल 27 नवीन  महाविद्यालयों की घोषणा की गई है।  जिनमें से 17 राजकीय कन्या महाविद्यालय होंगे। राज्य सरकार द्वारा पिछले दो साल में उच्च शिक्षा को आमजन, सुदूरवर्ती व ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वसुलभ और गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। निश्चय ही, ये ऎतिहासिक निर्णय व फैसले राज्य के ग्रामीण और बालिका शिक्षा के विकास के लिए मील के पत्थर साबित होंगे।
कैरियर एडवांसमेंट स्कीम संपन्न होने से उच्च शिक्षा विभाग के शिक्षकों में खुशी का माहौल है तथा राज्य के विभिन्न भागों से कॉलेज प्राध्यापकों व शिक्षक संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री तथा उच्च शिक्षा विभाग का धन्यवाद व्यक्त किया गया।