फोन टैपिंग मामला

भरतपुर। राजस्थान की सियासत में पहले भी कई बार भूचाल पैदा कर चुके पूर्व केबिनेट मंत्री एवं डीग-कुम्हेर से कांग्रेस के विधायक विश्वेन्द्र सिंह पिछले कई दिनों से राज्य में कांग्रेस की धरती तो हिला ही रहे है लेकिन गुरुवार को उन्होंने फोन टैपिंग मामले में चल रहे विवाद को लेकर राजसमंद से भाजपा सांसद दीया कुमारी के सीबीआई जांच की मांग वाले ट्वीट को रीट्वीट करके सत्ता के गलियारों में अपने मंसूबो से भूकंप पैदा कर दिया। गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई में ​जब विधायक खरीद फरोख्त प्रकरण में फोन पर बातचीत के ऑडियो लीक हुए थे उनमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह और कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह के नाम भी आए थे। विश्वेंद्र सिंह अब तक इस मामले में चुप्पी साधे हुए थे लेकिन अब बे इस मामले में धीरे धीरे मुखर होते नजर आ रहे है। भाजपा सांसद दीया कुमारी के सीबीआई जांच की मांग वाले ट्वीट को रीट्वीट करने के अलाबा विश्वेंद्र सिंह ने कांग्रेस के विधायक हेमाराम चौधरी और बृजेंद्र सिंह ओला के तेवर भरे बयानों का भी सोशल मीडिया पर समर्थन किया है। यहां यह भी गौरतलब है कि विश्वेंद्र सिंह इशारों ही इशारों में सोशल मीडिया के ट्वीटर प्लेटफार्म पर ‘इज्ज्त से दो तो अनाज का एक दाना भी स्वीकार है,जो गैर मर्जी से दो तो विरासतें भी ठुकरा दूं’। जैसी पोस्ट डालकर गहलोत सरकार पर निशाना साध चुके है। बहरहाल राजस्थान में जहां एक तरफ कांग्रेस अपने पायलट खेमे को लेकर झंझावात झेल रही है तो भाजपा में भी बसुन्धरा-पूनिया गुटों की भिड़ंत को देखते हुए राज्य की बर्तमान राजनीति के तेवर दोनो ही तरफ वगाबती नजर आ रहे है। खुदा खैर करे।