राज्य की भंडारण क्षमता में 9400 मीट्रिक टन की होगी वृद्धि

प्रदेश की 39 केवीएसएस एवं जीएसएस में गोदाम निर्माण पर 9.78 करोड़ रूपए होंगे खर्च 100, 250 एवं 500 मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम होंगे निर्मित
राज्य की भंडारण क्षमता में 9400 मीट्रिक टन की होगी वृद्धि
 जयपुर, 24 मार्च। रजिस्ट्रार सहकारिता, श्री मुक्तानन्द अग्रवाल ने बुधवार को बताया कि 39 केवीएसएस एवं जीएसएस में 500, 250 एवं 100 मीट्रिक टन के गोदाम निर्माण के लिए 9.78 करोड़ रूपए की राशि की स्वीकृति दे दी गई है तथा राज्य की अन्य पात्र ग्राम सेवा सहकारी समितियों एवं क्रय विक्रय सहकारी समितियों में गोदाम निर्माण की प्रक्रिया को और तेज किया जाएगा।
 श्री अग्रवाल ने बताया कि राज्य की 10 क्रय-विक्रय सहकारी समितियों में 50 लाख रूपये प्रति समिति की दर से 500 मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम, 10 क्रय-विक्रय सहकारी समितियों को 25 लाख रूपए प्रति समिति की दर से 250 मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम तथा 19 ग्राम सेवा सहकारी समितियों को 12 लाख रूपए प्रति समिति की दर से 100 मीट्रिक टन के गोदाम निर्मित करवाए जाएंगे। इस प्रकार राज्य की कुल भंडारण क्षमता में 9400 मीट्रिक टन की वृद्धि होगी।
रजिस्ट्रार ने बताया कि हनुमानगढ़ एवं झालावाड़ में 2-2, प्रतापगढ़, जयपुर, पाली, अजमेर, श्रीगंगानगर एवं कोटा में 1-1 क्रय-विक्रय सहकारी समितियों में 500-500 मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम बनाए जाएंगे साथ ही बूूंदी एवं बांसवाड़ा में 2-2 तथा कोटा, बाड़मेर, हनुमानगढ़, भरतपुर, टाेंक एवं जालौर जिलों में 1-1 क्रय-विक्रय सहकारी समितियों में 250-250 मीट्रिक टन क्षमता के गोदामों का निर्माण किया जाएगा।
 श्री अग्रवाल ने बताया कि इसी प्रकार नागौर, कोटा, जालोर एवं उदयपुर में 3-3, बाड़मेर एवं टोंक में 2-2 सवाईमाधोपुर, जोधपुर एवं बांसवाड़ा जिलों में 1-1 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में 100-100 मीट्रिक टन के गोदाम निर्मित होंगे। उन्होंने बताया कि यह स्वीकृतियां बजट घोषणा वर्ष 2020-21 के क्रम में जारी की गई है।