दैनिक अख़बार की जिस खबर को चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने झूठा बताया, उसी खबर पर जांच करने के लिए राज्यपाल कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा।

दैनिक अख़बार की जिस खबर को चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने झूठा बताया, उसी खबर पर जांच करने के लिए राज्यपाल कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा।
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राजस्थान में कोरोना वैक्सीन की बर्बादी को लेकर 31 मई को दैनिक अख़बार में जो खबर प्रकाशित हुई थी, उसके आधार पर मामले की जांच करवाने के लिए राज्यपाल कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। पत्र में जांच के परिणाम से भी अवगत करने की बात राज्यपाल ने लिखी है। राज्यपाल ने जांच की बात तब लिखी है, जब प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा दैनिक अख़बार की खबर को झूठा बता चुके हैं। रघु शर्मा भले खबर को पूर्णत: असत्य और भ्रामक बताए, लेकिन राज्यपाल ने इस बात की चिंता जताई है कि 500 वायलों (शीशियों) में भी वैक्सीन के 2500 डोज बेकार हो गए। दैनिक अख़बार ने अपनी खबर में बताया कि 500 शीशियों को प्रदेश के आठ जिलों के 35 हेल्थ सेंटरों के डस्टबिन से एकत्रित किया गया है। प्रदेश में 33 जिले हैं और हजारों हेल्थ सेंटरों पर वैक्सीन लगाने का काम हुआ है। इससे बर्बाद हुई वैक्सीन का अंदाजा लगाया जा सकता है। राज्यपाल द्वारा 4 जून को लिखे इस पत्र का इसलिए भी महत्व है कि 4 जून को ही कांग्रेस ने अपनी सरकार के प्रभारी मंत्रियों के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टरों को ज्ञापन दिलवाया है। इन ज्ञापनों में केन्द्र सरकार से 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले युवाओं को नि:शुल्क वैक्सीन दिलवाने की मांग की है। यह ज्ञापन खुद प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राज्यपाल को सौंपा। इधर डोटासरा ज्ञापन देकर राजभवन से बाहर निकले, उधर राज्यपाल द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र लिखे जाने की खबरें राजभवन से आ गई। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा माने या नहीं लेकिन राज्यपाल के इस पत्र से कांग्रेस की मांग की धार कम हो गई।
भास्कर ने जारी किया वीडियो:
वैक्सीन की बर्बादी लेकर दैनिक अख़बार में 31 मई को खबर को चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा द्वारा झूठा बताए जाने के बाद अब दैनिक अख़बार की ओर से सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया गया है। इस वीडियो में कहा गया है कि दैनिक अख़बार के वैक्सीन की 532 शीशियां हैं, जिनमें वैक्सीन भरी है। चिकित्सा कर्मियों ने दो चार व्यक्तियों के वैक्सीन लगाकर वायल को डस्टबिन में फेंक दिया। दैनिक अख़बार ने कहा कि उसका मकसद सिर्फ वैक्सीन की बर्बादी को रुकवाना है। दैनिक अख़बार के पत्रकार ने लोगों को वायल पर अंकित बैच नंबर भी बताए हैं।