निर्यात प्रोत्साहन से राज्य में निवेश और रोजगार के अवसर होंगे सृजित -उद्योग मंत्री

निर्यातक बनो मिशन का शुभारंभ
निर्यात प्रोत्साहन से राज्य में निवेश और रोजगार के अवसर होंगे सृजित -उद्योग मंत्री
जयपुर, 29 जुलाई। उद्योग मंत्री श्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि निर्यातक बनो मिशन से निर्यात को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे राज्य में निवेश बढ़ेगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य का प्रत्येक उत्पादक इस मिशन से जुड़कर निर्यातक बनें। राज्य सरकार उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए लगातार नीतियां बना रही है। यह मिशन भी राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण साबित होगा। कोरोना काल में उद्योगों को संबल प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने कई रियायते दी हैं। आगे भी जरुरत हुई तो हरसंभव मदद की जाएगी।
श्री मीणा ने गुरुवार को सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जिबिशन एण्ड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में आयोजित मिशन निर्यातक बनो के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में निर्यात की अपार संभावनाएं हैं। कई उत्पाद तो ऎसे हैं जो केवल राजस्थान में ही बनते हैं। राजस्थान निर्यात तैयारियों में एक्सपोर्ट प्रीपेर्यडनेस इंडेक्स (ईपीआई) 2020 में राज्य लैंड लॉक्ड स्टेट की श्रेणी में पहला और संपूर्ण देश में चतुर्थ स्थान पर रहा है।
उद्योग शासन सचिव श्री आशुतोष ए. टी. पेडणेकर ने कहा कि यह राज्य में अर्थव्यवस्था की दृष्टि से महत्वपूर्ण कदम होगा। राज्य में एमएसएमई अच्छा उत्पादन कर रही हैं लेकिन निर्यात के मामले सुधार की आवश्यता को देखते यह मिशन महत्वपूर्ण साबित होगा। हालांकि राज्य में की गई तैयारियों के कारण निर्यात में इजाफा होने लगा है। उन्होंने कहा कि इस मिशन के माध्यम से औद्योगिक संगठनों, निर्यातकों और राज्य सरकार के संबंधित विभागों के बीच समन्वय कर निर्यात में आने वाली बाधाओं को दूर किया जाएगा। निर्यातकों को ऑनलाइन निर्यात करने के लिए भी राज्य सरकार सहयोग करेगी।
उद्योग आयुक्त श्रीमती अर्चना सिंह ने कहा कि प्रदेश के निर्यातकों को प्रोत्साहित करने एवं राज्य से होने वाले निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजस्थान सरकार द्वारा वर्ष 2019 में एक निर्यात परिषद का गठन किया गया है। राजस्थान में कई ऎसे उत्पाद हैं जिनकी विदेशों में अच्छी मांग है। जिला निर्यात कार्ययोजना तैयार कर निर्यात योग्य उत्पादों की पहचान की जा चुकी है। इस मिशन के तहत सरकार सीधे उत्पादक को ही निर्यात प्रक्रिया में शामिल कर निर्यातक बनाना चाहती है, जिससे उनको इसका सीधा लाभ होगा। खास बात यह है कि इस पूरी प्रक्रिया में राज्य सरकार निर्यातक का पूरा सहयोग करेगी।
संयुक्त महानिदेशक, विदेश व्यापार (वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) श्री चंद्रकांत मिश्रा ने कहा राजस्थान में उत्पादन तो अधिक मात्रा में हो रहा है लेकिन उत्पाद सीधे निर्यात होने के बजाए अन्य राज्यों के जरिये निर्यात हो रहे हैं। इस से मिशन जुड़कर छोटे से छोटा उत्पादक भी सीधे ही निर्यात कर सकता है।
इस अवसर पर उद्योग विभाग के संयुक्त शासन सचिव, श्री शक्ति सिंह राठौड़, रीको की कार्यकारी निदेशक श्रीमती रूक्मणि रियार के साथ ही केंद्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
लाइसेंस, प्रशिक्षण और निर्यात
उद्योग विभाग के निर्यातक बनो मिशन के तहत उत्पादक को निर्यात लाइसेंस जारी करने, प्रशिक्षण देने से लेकर निर्यात करने तक पूरी प्रक्रिया में सहयोग देगी। इस मिशन का उद्देश्य है कि ऎसे व्यापारी एवं उत्पाद निर्माता जो निर्यात के इच्छुक हैं और अपने उत्पादों को विदेशी बाजार तक पहुंचाना चाहते हैं। उनका तकनीकी मार्गदर्शन कर विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी माध्यम से उनके लिए नई बाजार संभावनाएं तलाश करना ताकि प्रदेश प्रदेश में किए जाने वाले कुल निर्यात में वृद्धि की जा सके एवं प्रदेश में रोजगार के नए अवसर उपलब्ध करवाए जा सकें।
उद्योग विभाग द्वारा संचालित इस मिशन में निर्यात के इच्छुक उम्मीदवार को न केवल प्रशिक्षित किया जाएगा बल्कि निर्यात लाइसेंस लेने में आने वाली सभी तकनीकी परेशानियों का समाधान कर उचित मार्गदर्शन भी दिया जाएगा। खास बात यह है कि योजना से जुड़ने वाले सभी उम्मीदवारों को निर्यात लाइसेंस दिलवाने की प्रक्रिया से लेकर पहला कंसाइनमेंट भेजने तक विभाग द्वारा सहयोग किया जाएगा।
25 फीसदी बढ़ेगा निर्यात
इस मिशन के तहत करीब 22 हजार निर्यातक बनाने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही उम्मीद जताई जा रही है कि इससे राज्य से होने वाले निर्यात में 25 फीसदी का इजाफा होगा। उत्पादकों को जिला स्तर पर जागरुक कर निर्यात प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी साथ ही हर जरुरी सूचना संभाग स्तर पर ही उपलब्ध करवाई  जाएगी।
ऑनलाइन भेज सकेंगे उत्पाद
उत्पादकों को निर्यात के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी उपलब्ध करवाया जाएगा। ताकि छोटे से छोटा उत्पादक भी अपना उत्पाद किसी भी देश में भेज सके। दरअसल, निर्यात के लिए पूरी एक खेप भेजने के बजाए ऑनलाइन माध्यम से एक उत्पाद की डिमांड है तो उत्पादक एक उत्पाद भी भेज सकेगा। इससे राज्य के छोटे उत्पादकों आर्थिक रुप से काफी फायदा होगा और उत्पादन बढ़ने से रोजगार के नए मार्ग भी खुलेंगे।
कौन बन सकता है निर्यातक
निर्यातक बनो मिशन के तहत स्वामित्व, साझेदारी और कंपनी  अधिनियम के अंतर्गत आने वाली फर्म एवं एमएसएमई जो किसी भी प्रकार के उत्पाद के निर्माता एवं खुदरा व्यापारी, राजस्थान में कार्य करने वाले स्वयं सहायता समूह और स्टार्टअप्स से जुड़े व्यक्ति निर्यातक बन सकते हैं। आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन कर एक सरल प्रक्रिया द्वारा निर्यात लाइसेंस (आईईसी) प्राप्त किया जा सकता है।
निर्यातक बनो मिशन की सहयोगी संस्थाएं एवं विभाग
कार्यालय संयुक्त महानिदेशक, विदेश व्यापार, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार, हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद,फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन, रीको, भारतीय आयात- निर्यात बैंक, सभी निर्यात संवद्र्धन परिषदें, डाक विभाग, भारतीय निर्यात ऋण गारण्टी निगम, निदेशक और राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड।